जिंदादिली की मिसाल हैं रामगोपाल 70 साल की उम्र में बेच रहे शिकंजी

Kannauj News: कन्नौज के रामगोपाल 70 साल की उम्र में भी ठेला लगाते हैं. उनपर उम्र का कोई असर नहीं पड़ रहा है. वह सुबह से शाम तक ठेले पर आने वाले लोगों को शिकंजी पिलाते हैं. इसके साथ ही वह अन्य मौसम में भी अलग-अलग तरह की दुकान लगाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं.

जिंदादिली की मिसाल हैं रामगोपाल 70 साल की उम्र में बेच रहे शिकंजी
अंजली शर्मा/कन्नौजः उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले रामगोपाल आज हर उस व्यक्ति के लिए एक मिसाल बन रहे हैं, जो कि समय और परिस्थितियों के आगे हार मान लेते हैं. इंसान जहां भी थोड़ी सी समस्या हुई तो निराश हो जाता है, लेकिन रामगोपाल (70) को सही से अपनी उम्र का अंदाजा नहीं, अपनी पत्नी का नाम तक याद नहीं, लेकिन आज भी जिंदादिली की मिसाल बनकर वह अपना काम खुद करते हैं. सुबह 10 बजे बच्चे शिकंजी का ठेला लगाते हैं. इसके बाद पूरा दिन वह शिकंजी के ठेले पर बैठकर लोगों को शिकंजी बनाकर पिलाते हैं, जो उनकी आमदनी का स्रोत है. उम्र का उनपर कोई असर नहीं है. 5 बेटियां और 2 बेटे की शादी की रामगोपाल कन्नौज के सरायमीरा क्षेत्र के रहने वाले हैं. रामगोपाल के घर में उनकी पत्नी, 5 बेटियां और 2 बेटे हैं. उन्होंने अपनी ही कड़ी मेहनत के दम पर सभी बेटी और बेटों की शादी की. बेटे मेहनत मजदूरी कर अपना पालन पोषण कर रहे हैं. वहीं, घर में रामगोपाल आज भी अपना काम खुद ही करते हैं. रामगोपाल मानते हैं कि अगर हाथ पैर चलते रहेंगे तो स्वास्थ्य सही रहेगा. इसलिए वह कभी घर पर नहीं बैठते. मौसम कोई भी हो वह काम करते हैं. गर्मियों के मौसम में बेचते हैं शिकंजी  रामगोपाल ने बताया कि वह गर्मियों के मौसम में शिकंजी का काम करते हैं तो वहीं, अन्य मौसम में फल तथा अन्य चीजन की दुकानें भी भी लगाते हैं. रामगोपाल की उम्र 70 साल के करीब है. उनको सही से अपनी उम्र भी नहीं याद है. आंखों पर एक बड़े लेंस का चश्मा लगा हुआ है, जिससे यह साफ दिखता है कि रामगोपाल को सही से दिखाई भी नहीं पड़ता है. रेलवे ट्रैक के किनारे चलाते हैं ठेला वह पूरा दिन दोपहर में खड़े होकर रेलवे ट्रैक के किनारे एक छोटे से खंबे का सहारा लेकर थकने के बाद उस पर बैठ भी जाते हैं, लेकिन रामगोपाल हर दिन अपना ठेला जरूर लगते हैं. आज भी रामगोपाल पैसों के लिए अपने घर पर आश्रित नहीं है. वह अपने दम पर खुद कमाते हैं और अपने साथ-साथ अपने परिवार में भी अपने पैसों की मदद करते हैं. कन्नौज रेलवे स्टेशन से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर सरायमीरा क्षेत्र के तिर्वा क्रासिंग के रेलवे रोड मार्ग के किनारे रामगोपाल अपनी छोटी सी शिकंजी का एक ठेला लगते हैं. वह दुकान पर बर्फ वाली शिकंजी लोगों को पिलाते हैं, जिसका रेट 10 रुपए प्रति ग्लास रहता है. जिसमें वह नींबू, काला नमक, जीरा, पानी, शिकंजी मसाले का प्रयोग करते हैं. गर्मी के समय यहां पर लोग शिकंजी जरूर पीने आते हैं और इस बुजुर्ग की जिंदादिली देखकर अपने आप में भी ऊर्जा भरते हैं.  रामगोपाल ने दुकान के बारे में बताया रामगोपाल ने बताया कि वह करीब 25 सालों से ज्यादा समय से यहां पर ठेला लगाने का काम कर रहे हैं, गर्मियों के मौसम में वह शिकंजी लगते हैं तो वहीं सर्दियों में मूंगफली का काम करते हैं. समय-समय पर वह कई तरह के फलों का भी ठेला लगाते हैं. इसके अलावा भी वह ठेला लगाते रहते हैं. ठेले पर बैठकर बेचते हैं शिकंजी रामगोपाल ने बताया कि वह कभी घर पर नहीं बैठते हैं. उन्होंने अपनी ही कड़ी मेहनत के दम पर अपनी पांचो बेटियों की शादी की अपने दोनों बेटों की शादी की. दोनों बेटों के साथ वह सरायमीरा में एक छोटे से घर में रहते हैं, उन्होंने बताया कि घर बैठने से क्या होगा, भले ही उम्र बढ़ रही तो क्या हुआ, लेकिन काम करना चाहिए. बच्चे सुबह मदद कर देते हैं. वह यहीं पर बैठकर शिकंजी बेचते हैं. इससे उनके घर का खर्चा भी चल जाता है. Tags: Kannauj news, Local18FIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 13:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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