रामपुर: जिले के विकास का रास्ता गांव की गलियों से होकर ही गुजरता है. गांव का जो रास्ता शहर की तरफ जाता है, वही रास्ता गांव की तरफ भी आता है. इसी के चलते रामपुर जिले की ग्राम पंचायतों को मॉडल रूप में विकसित करने के उद्देश्य से ग्राम पंचायतों में शॉपिंग मॉल्स बनाए जा रहे हैं.
विधानसभा मिलक के धमोरा गांव में 1.58 करोड़ रुपये की लागत से प्रगति मॉल तैयार किया गया था, जिसमें 45 परिवारों को रोजगार मिला. यह प्रदेश का पहला शॉपिंग मॉल है, जिसमें सरकारी धनराशि खर्च नहीं हुई है. इसी तरह, प्रशासन की ओर से जिले की अन्य ग्राम पंचायतों में भी शॉपिंग मॉल्स बनाने का फैसला लिया गया है.
ग्राम पंचायत पटवई में बनेगा शॉपिंग मॉल
मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल ने बताया कि प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायतों की खाली जमीनों का सदुपयोग करने का फैसला लिया गया है. इससे ग्राम पंचायत की आय भी बढ़ेगी और रोजगार के अवसर खुलेंगे. पिछले दिनों बिलासपुर क्षेत्र के मनकरा गांव में शॉपिंग मॉल बनाने का फैसला लिया गया था. अब शाहबाद क्षेत्र के पटवाई में शॉपिंग मॉल बनवाने का फैसला लिया गया है. इसको लेकर जमीन का चिह्नीकरण कर लिया गया है.
70 दुकानों का निर्माण
सीडीओ नंद किशोर कलाल ने पटवाई चौराहे पर पुलिस थाने के पास पंचायत की रिक्त पड़ी भूमि पर शॉपिंग मॉल बनाए जाने के लिए निरीक्षण किया. साथ ही बताया गया कि बिलासपुर क्षेत्र के मनकरा गाँव में बन रहे शॉपिंग मॉल में 70 दुकानों का निर्माण कराया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके.
नतीजे और भविष्य की योजनाएं
ग्राम पंचायतों में शॉपिंग मॉल्स के निर्माण से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. प्रशासन का यह कदम ग्राम पंचायतों की आय में वृद्धि और स्थायी विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.
Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 17:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed