मैं इतना दुखी हूं राज्यसभा में ऐसा क्या हुआ चेयरमैन ने विपक्ष को सुना दिया

Rajya Sabha Session: राज्यसभा में बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे पीएम मोदी के भाषण के बीच में ही कांग्रेस सहित विपक्ष सदन से वॉकआउट कर गया. विपक्ष के वॉकआउट को अत्यंत दर्दनाक और पीड़ादायक करार देते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्होंने यह अनुरोध किया था कि नेता प्रतिपक्ष को चर्चा के दौरान बिना रोक-टोक, बोलने का ‘सुअवसर’ दिया जाए.

मैं इतना दुखी हूं राज्यसभा में ऐसा क्या हुआ चेयरमैन ने विपक्ष को सुना दिया
नई दिल्ली: संसद सत्र के दौरान राज्यसभा में आज यानी बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई. धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दे रहे थे. इस दौरान विपक्ष भी जमकर हंगामा कर रहा था. मगर पीएम मोदी विपक्ष के हंगामे से डिगे नहीं. वह अपना भाषण लगातार देते रहे. एक वक्त ऐसा आया, जब भाषण के बीच में ही कांग्रेस सहित विपक्ष सदन से वॉकआउट कर गया. विपक्ष की इस हरकत से राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनकड़ नाराज हो गए. उन्होंने संविधान की याद दिलाकर विपक्ष को कसकर सुना दिया. इस दौरान पीएम मोदी को अपने भाषण को कुछ देर तक विराम देना पड़ा. विपक्ष के वॉकआउट पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘माननीय सदस्यगण! अत्यंत दर्दनाक, पीड़ादायक, अमर्यादित आचरण. छह दशक बाद शासन तीसरे निरंतर लगातार काल में है. मैंने चर्चा की. मैंने अनुरोध किया. प्रतिपक्ष के नेता को बिना रोक-टोक के बोलने का सुअवसर दिया. आज वो सदन छोड़कर नहीं गए हैं. मर्यादा छोड़कर गए हैं. उन्होंने मुझे पीठ नहीं दिखाई है. भारत के संविधान को पीठ दिखाई है. आज उन्होंने मेरा और आपका अनादर नहीं किया है. उस शपथ का अनादर किया है, जो संविधान के तहत ली है. भारत के संविधान के लिए इससे बड़ी अपमानित बात नहीं हो सकती. ऐसा कैसे हो सकता है.’ विपक्ष को जमकर सुनाया उन्होंने आगे कहा, ‘सदन के सांसद… हमें देश का मार्गदर्शन करना है. मैं उनके आचरण की भर्त्सना करता हूं. देश के 140 करोड़ लोग आहत होंगे. सदन का मतलब है कि सत्ता पक्ष की बात सुनो, जब आपने अपनी पूरी बात कर ली. माननीय सदस्य गण आपलोग जानते हैं. कल देर रात तक चर्चा रखी गई. हर सदस्य को मौका दिया गया. मैं इस कुर्सी पर बैठकर इतना दुखी हूं. भारत के संविधान का इतना बड़ा अपमान. इतना बड़ा मजाक. भारत का संविधान हाथ में रखने की किताब नहीं है. जीने की किताब है. मैं आशा करता हूं कि वो आत्मचिंतन करेंगे. मंथन करेंगे. अपने दिल को टटोलेंगे और कर्तव्य पर आएंगे.’ राज्यसभा में हुआ था क्या? अब समझते हैं कि आखिर क्या हुआ था. राज्यसभा में पीएम मोदी चर्चा का जवाब देने के लिए उठे थे. प्रधानमंत्री जब चर्चा का जवाब दे रहे थे तो पहले विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति जगदीप धनखड़ से कुछ कहने की अनुमति मांगी. आसन की ओर से यह अनुमति नहीं दिये जाने पर विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे. उनकी नारेबाजी के बीच भी जब प्रधानमंत्री ने अपना भाषण जारी रखा तब खरगे सहित कांग्रेस एवं विपक्ष के सदस्य सदन से वॉकआउट कर गये. मोदी ने भी मौके पर मारा चौका विपक्षी सांसद जब राज्यसभा की कार्यवाही का बहिष्कार कर जा रहे थे तब प्रधानमंत्री ने मोदी ने भी हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों की सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती. …जिनके हौसले नहीं हैं …उन्होंने जो सवाल उठाये उसके जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष उच्च सदन को अपमानित कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘देश की जनता ने हर प्रकार से उन्हें इतना पराजित कर दिया है कि अब उनके पास गली-मोहल्ले में चीखने के सिवाय कुछ बचा नहीं है. नारेबाजी, हंगामा और भाग जाना… यही उनके नसीब में लिखा है.’ Tags: Jagdeep Dhankhar, Parliament news, Rajya sabhaFIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 13:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed