नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर हादसे के बाद अब नहीं पलटेंगे वाहन यह हुई तैयारी

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) के हिस्से में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida-Greater Expressway) का 3.4 किमी का हिस्सा आता है. इस पूरे हिस्से में अथॉरिटी की ओर से लोहे के मोटे तार लगाने का काम पूरा कर लिया गया है. सेंटर वर्ज के दोनों साइड चार-चार तारों का बैरियर (Rope Barrier) बनाया गया है. इस पर 2.5 करोड़ रुपये का खर्च आया है. वहीं 9 महीने के तय वक्त से पहले 7 महीने में काम को पूरा कर लिया गया है.

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर हादसे के बाद अब नहीं पलटेंगे वाहन यह हुई तैयारी
नोएडा. दो वाहनों (Vehicles) की टक्कर उस वक्त और खतरनाक हो जाती है जब उसमे से कोई एक वाहन दूसरी लेन में जाकर अन्य वाहनों से भी टकरा जाता है. लेकिन नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida-Greater Noida) पर अब ऐसा नहीं होगा. तेज रफ्तार में दौड़ता वाहन हादसे के बाद दूसरी साइड जाकर किसी और वाहन को भी टक्कर नहीं मारेगा. इसी को रोकने के लिए नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) ने एक बड़ा कदम उठाया है. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के सेंट्रल वर्ज पर लोहे के मोटे तार लगाए जा रहे हैं. अभी तक दोनों साइड कटीले तार लगाए गए थे. नए लगाए जा रहे तार 18 टन तक वजन सह सकेंगे. तीन से चार तारों का बैरियर दोनों साइड बनाया जा रहा है. सवा तीन किमी के बैरियर पर आएगा 2.5 करोड़ का खर्च गौरतलब रहे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की लम्बाई 25 किमी है. 25 किमी में से सवा तीन किमी का हिस्सा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में आता है. बाकी का हिस्सा नोएडा अथॉरिटी देखती है. लोहे के मोटी रस्सी के बैरियर का काम अभी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने शुरू कराया है. काम की शुरूआत हो चुकी है. सेंट्रल वर्ज पर एक निश्चित ऊंचाई तक तीन से चार तारों का एक लचीला बैरियर बनाया जाएगा. इसी तरह से यह बैरियर सेंट्रल वर्ज पर आगे की ओर बढ़ता रहेगा. 18 टन तक का वजन सह सकेंगे लोहे के बैरियर जानकारों की मानें तो नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के सेंट्रल वर्ज पर बनने वाले बैरियर के लिए लगाए जा रहे लोहे के रस्से इतने मजबूत हैं कि 1 टन तक का वजन सह सकते हैं. इन्हें रोप बैरियर भी कहा जाता है. मतलब यह कि अगर सामान से लदा कोई ट्रक भी अगर रोप बैरियर पर गिर जाता है तो बैरियर टूटेगा नहीं. 2 महीने तक पर्थला गोलचक्कर पर रहेगा ट्रैफिक रूट डायवर्जन, जानें प्लान साथ ही हादसे के बाद ट्रक भी एक्सप्रेसवे के दूसरी साइट जाकर नहीं गिरेगा और एक बड़ा हादसा होने से बच जाएगा. अभी तक सेंट्रल वर्ज पर कटीले तार लगे हैं. लेकिन अक्सर यह चोरी हो जाते हैं. खुली जगह से लोग निकलना शुरू कर देते हैं. इसकी वजह से भी हादसे होने की संभावना बनी रहती है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Noida Authority, Noida Expressway, Road accidentFIRST PUBLISHED : July 07, 2022, 17:58 IST