नोएडा-ग्रेटर नोएडा में सोसाइटियों के बिजली कनेक्शन जांचेगी स्पेशल टीम जानें वजह
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में सोसाइटियों के बिजली कनेक्शन जांचेगी स्पेशल टीम जानें वजह
नोएडा (Noida)-ग्रेटर नोएडा में बिल्डर प्रोजेक्ट बनने के दौरान बिजली का अस्थाई कनेक्शन (Electricity Connection) लेते हैं. लेकिन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद उस अस्थाई कनेक्शन को स्थाई में बदलवाने के लिए आवेदन नहीं करते हैं. उसी अस्थाई कनेक्शन में से फ्लैट (Flat) में जरूरत के हिसाब से कनेक्शन दे दिए जाते हैं. इतना ही नहीं लोड की भी चोरी की जाती है. इस फर्जीवाड़े (Fraud) को बिल्डर अकेले अंजाम नहीं देता है. इस काम में उसके साथ बिजली विभाग के इंजीनियर और बाबू भी मिले होते हैं.
नोएडा. बिजली (Electricity) विभाग की स्पेशल टीम जल्द ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में एक बड़ा चेकिंग अभियान शुरू करने वाली है. अभियान के तहत सोसाइटियों के बिजली कनेक्शन की जांच की जाएगी. खासतौर पर ऐसे कनेक्शन टीम के निशाने पर होंगे जिन्हें बिल्डर ने प्रोजेक्ट शुरू होने के दौरान लिया था और आजतक चल रहे हैं. स्पेशल टीम बनाने और कनेक्शन की जांच के आदेश पश्चिमांचल बिजली वितरण निगम (PVVNL), मेरठ के एमडी ने जारी किए हैं. इस संबंध में उन्होंने नोएडा (Noida)-ग्रेटर नोएडा के अधिकारियों को पत्र लिखा है. गौरतलब रहे हाल ही में नोएडा में एक बड़ी बिजली चोरी (Electricity Theft) पकड़ी गई थी, इसी के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं.
अस्थाई बिजली कनेक्शन के नाम पर चल रहा है खेल
जानकारों की मानें तो नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अस्थाई कनेक्शन के नाम पर बिजली चोरी का बड़ा खेल खेला जाता है. बिजली चोरी के खेल का तरीका यह है कि किसी भी कंसट्रक्शन साइट के लिए पहले अस्थाई बिजली कनेक्शन लिया जाता है. अस्थाई कनेक्शन 50 से 100 किलोवाट तक का होता है. लेकिन शर्त यह होती है कि जब साइट का का पूरा हो जाए तो बिल्डर उस कनेक्शन को स्थाई कराकर सोसाइटी में इस्तेमाल कर सकता है.
लेकिन सोसाइटी की डिमांड को देखते हुए कनेक्शन को स्थाई कराने के साथ ही लोड भी बढ़वाना होता है. साइट का काम पूरा होते ही कुछ बिल्डर शर्तों को न मानते हुए कनेक्शन को अस्थाई से स्थाई नहीं कराते हैं. साथ ही लोड की चोरी करने के लिए ज्यादा कैपिसिटी का ट्रांसफार्मर लगवाकर सोसाइटी में बिजली बेचना शुरू कर देते हैं.
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50 किलोवाट के अस्थाई कनेक्शन पर 750 फ्लैट में दे दी बिजली
हाल ही में पश्चिमांचल विद्युत निगम के एमडी अरविंद मलप्पा बंगारी की टीम ने नोएडा की एक सोसाइटी में छापा मारा था. छापे के दौरान टीम को बड़ी बिजली चोरी होते हुए मिली थी. बिजली चोरी भी अलग तरीके से की जा रही थी. हालांकि नोएडा-ग्रेटर नोएडा में इस तरह का खेल आम है. कई बार ऐसी बिजली चोरी के मामले सामने आ चुके हैं. सेक्टर-79 स्थित हिलसन सोसाइटी में टीम ने 50 किलोवाट के अस्थाई कनेक्शन पर 750 किलोवाट की बिजली सप्लाई पकड़ी है.
जानकारों की मानें तो बिल्डर ने प्रोजेक्ट बनने के दौरान 50 किलोवाट का अस्थाई कनेक्शन लिया था. लेकिन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद अस्थाई कनेक्शन को स्थाई में नहीं बदलवाया. इतना ही नहीं अस्थाई कनेक्शन से ही बिल्डर ने 150 फ्लैट में कनेक्शन बांट दिया. जिसके चलते लोड 750 किलोवाट हो गया. लोड को मेंटेन करने के लिए बिजली विभाग के इंजीनियर और बाबूओं की मिलीभगत से 400 केवीए का नया ट्रांसफार्मर भी लगा दिया गया. बिल्डर हर एक फ्लैट से फिक्स चार्ज भी वसूल रहा था.
बिजली चोरी पर यह बोले एमडी
पश्चिमांचल विद्युत निगम के एमडी अरविंद मलप्पा बंगारी ने न्यूज18 हिंदी को बताया, नोएडा में अस्थाई कनेक्शन के नाम पर बड़ी बिजली चोरी सामने आने के बाद अब हर एक अस्थाई कनेक्शन की जांच की जाएगी. जांच अभियान के बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा के अधिकारी जांच रिपोर्ट बनाकर भेजेंगे. उसी रिपोर्ट के आधार पर आगे के अभियान को प्लान किया जाएगा.
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Tags: Electricity problem, Greater noida news, Noida newsFIRST PUBLISHED : September 08, 2022, 08:52 IST