करहल सीट पर मुलायम सिंह यादव के नाम रहेगी जीत! यूं समझें पूरा समीकरण

Karhal Upchunav : उत्तर प्रदेश की करहल विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. करहल सीट पर मुलायम सिंह यादव के रिश्तेदारों के बीच की चुनावी जंग जारी है. बीजेपी ने अनुजेश यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. सपा से तेज प्रताप यादव मैदान में हैं. तेज प्रताप यादव दिवंगत मुलायम सिंह यादव के भतीजे रणवीर सिंह यादव के पोते हैं. दूसरी ओर अनुजेश यादव मुलायम सिंह यादव के भतीजे और आजमगढ़ से सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव के सगे जीजा हैं.

करहल सीट पर मुलायम सिंह यादव के नाम रहेगी जीत! यूं समझें पूरा समीकरण
मैनपुरी. उत्तर प्रदेश के करहल विधानसभा सीट के लिए होने वाला उपचुनाव मुलायम सिंह यादव के रिश्तेदारों के बीच की लड़ाई का अखाड़ा बन गया है. बीजेपी ने गुरुवार को अनुजेश यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के इस्तीफे से करहल सीट खाली हुई थी. 13 नवंबर को वोटिंग होगी. अनुजेश यादव को मैदान में उतारने के बीजेपी के फैसले ने सपा और तेज प्रताप यादव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है. तेज प्रताप यादव दिवंगत मुलायम सिंह यादव के भतीजे रणवीर सिंह यादव के पोते हैं. दूसरी ओर अनुजेश यादव मुलायम सिंह यादव के भतीजे और आजमगढ़ से सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव के सगे जीजा हैं. धर्मेन्द्र सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं. राजनीतिक पर्यवेक्षक इस उपचुनाव को यादव परिवार के दो रिश्तेदारों के बीच एक बड़े पारिवारिक मामले के रूप में देख रहे हैं. अनुजेश यादव फिरोजाबाद जिले के भरौल गांव के रहने वाले हैं. उनकी शादी मैनपुरी के जिला पंचायत की पूर्व जिला प्रमुख संध्या यादव से हुई है, जो बीजेपी की समर्थक रही हैं. यादव परिवार से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं. वह सपा के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव के ‘फूफा’ हैं. करहल सीट पर 1993 से सपा का दबदबा है. 2022 के विधानसभा चुनाव में खुद अखिलेश यादव ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. हालांकि, 2024 में कन्नौज से लोकसभा में जीत के बाद उन्होंने करहल सीट खाली कर दी, जिससे इस उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया. बीएसपी ने अवनीश कुमार शाक्य नाम के उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. फिर भी मुख्य मुकाबला बीजेपी और सपा के बीच है. बसपा के इस कदम को सपा के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. रिश्तेदारों के बीच प्रतिद्वंद्विता तब और बढ़ गई, जब 24 मार्च, 2019 को धर्मेंद्र यादव के नाम से एक पत्र वायरल हुआ, जिसने बीजेपी में शामिल होने के फैसले के बाद अनुजेश से खुद को दूर कर लिया था. पत्र में लिखा था, ‘जो कोई भी बीजेपी में शामिल होता है, वह मेरा रिश्तेदार नहीं हो सकता.’ यादव परिवार के पैतृक गांव सैफई से महज चार किमी दूर स्थित करहल डिंपल यादव के मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का भी हिस्सा है. करहल उत्तर प्रदेश की उन नौ विधानसभा सीटों में से एक है जहां 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं. नतीजे 23 नवंबर को आने हैं. Tags: Akhilesh yadav, Mainpuri News, Mulayam Singh Yadav, UP newsFIRST PUBLISHED : October 24, 2024, 23:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed