भरतपुर: रियासतकालीन रंगीन फव्वारों ने बिखेरी इंद्रधनुषी छटा देखने उमड़ी भारी भीड़

शाम को छिपते सूर्य की किरणों के बीच विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक रंगों के फव्वारों ने इंद्रधनुषी छटा बिखेरी. इन्हे देखकर पर्यटक झूम उठे और अपने-अपने मोबाइल फोन में इस मनोहारी दृश्य को कैद करने लगे. यहां के रंगीन फव्वारे देश-विदेशों में प्रख्यात हैं. इन फव्वारों में अधुनिकता से परे और प्राकृतिक सौंदर्यीकरण का अद्भुत समावेश है

भरतपुर: रियासतकालीन रंगीन फव्वारों ने बिखेरी इंद्रधनुषी छटा देखने उमड़ी भारी भीड़
ललितेश कुशवाहा भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग में श्री जवाहर एवं बृज यात्रा मेले के दौरान जल महल परिसर स्थित राजभवनों में विश्व प्रसिद्ध रंगीन फव्वारों का संचालन किया गया. इस खूबसूरत नजारे को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जल महल पहुंचे थे. शाम को छिपते सूर्य की किरणों के बीच विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक रंगों के फव्वारों ने इंद्रधनुषी छटा बिखेरी. इन्हे देखकर पर्यटक झूम उठे और अपने-अपने मोबाइल फोन में इस मनोहारी दृश्य को कैद करने लगे. यहां के रंगीन फव्वारे देश-विदेशों में प्रख्यात हैं. इन फव्वारों में अधुनिकता से परे और प्राकृतिक सौंदर्यीकरण का अद्भुत समावेश है. पर्यटकों ने बताया कि हम बचपन में इन रंगीन फव्वारों को देखने आया करते थे. श्री जवाहर प्रदर्शनी एवं ब्रज यात्रा मेले के दौरान कई साल के बाद पुन: इन फव्वारों को देखने का मौका मिला है. इन रंगीन फव्वारों को देखने के लिए हम अपने साथियों के साथ सुबह ही यहां आ गए थे, और जैसे ही शाम को यह रंगीन फव्वारे चले तो इन्हे देख मन प्रसन्न हो गया. जल महल के इन भवनों में चले रंगीन फव्वारे जल महल के गोपाल भवन से केशव भवन, नंद भवन से कृष्ण भवन, सूरज भवन, सावन और भादो भवन के हजारों फव्वारे एक साथ चलने लगे तो वातावरण मे बिखरी इन्द्रधनुषी छटा देखते ही बन रही थी. यह रंगीन फव्वारे बिना बिजली मोटर के हाइड्रोलिक सिस्टम से संचालित किए जाते हैं. वहीं, स्थानीय कवि सुनील पाराशर ने अपनी कविता के माध्यम से रंगीन फव्वारों का बखान किया. सात प्रकार के रंगों से चले फव्वारे बता दें कि, जल महल में स्थित किशन भवन के ऊपर छः लाख गैलन से अधिक पानी की क्षमता वाले विशाल टैंक के चारों ओर 400 से अधिक नालियां हैं. इस टैंक की नालियों से जल महल के संपूर्ण क्षेत्र में लगे हजारों फव्वारे जुड़े हुए हैं. रंगीन फव्वारों के संचालन के लिए इस बार सात प्रकार के 25 से 50 किलो रंग उपलब्ध कराया गया. इस बार जल महलों में रंगीन फव्वारे चार लाख गैलन पानी से चलाए गए. कोरोना काल के दो साल बाद रंगीन फव्वारों का आयोजन किया गया है जिसे देखने राजस्थान के अलावा कई अन्य राज्यों से भी लोग डीग पहुंचे हैं. वहीं, मेले में लगी विभिन्न प्रकार की लाइट से की गई रोशनी भी लोगों को खासा आकर्षित कर रही है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Bharatpur News, Rajasthan news in hindiFIRST PUBLISHED : September 16, 2022, 13:12 IST