अयोध्या: इंसान ही नहीं बीमार होने पर भगवान भी पीते हैं काढ़ा जानिए जगन्नाथ मंदिर की अनोखी परंपरा
अयोध्या: इंसान ही नहीं बीमार होने पर भगवान भी पीते हैं काढ़ा जानिए जगन्नाथ मंदिर की अनोखी परंपरा
Jagannath Temple: राघवाचार्य बताते हैं कि जब भगवान जगन्नाथ अस्वस्थ्य हो जाते हैं तो उनको दिव्य औषधि से युक्त जिसमें कस्तूरी, केसर, दालचीनी जटामासी आदि मिश्रित कर काढ़ा दिया जाता है. यही नहीं, भगवान जगन्नाथ को मनाने के लिए भजन कीर्तन भी करते हैं.
रिपोर्ट-सर्वेश श्रीवास्तव
अयोध्या. आप को जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि देवता भी बीमार होने पर औषधीय युक्त काढ़ा पीते हैं. अयोध्या के जगन्नाथ मंदिर में इन दिनों भगवान ने भक्तों को दर्शन देना बंद कर दिए हैं. वहीं, भगवान के इलाज के लिए 7 दिनों तक कड़ी मशक्कत चलती है. हम आपको यह भी बताएंगे आखिर भगवान क्यों होते हैं बीमार?
परंपरा के मुताबिक, आषाढ़ कृष्ण पक्ष में प्राचीन मठ मंदिरों में विशेष पूजन अर्चन किया जाता है. दूरदराज से आए श्रद्धालु भी मठ मंदिरों में पहुंचते हैं, लेकिन राम की नगरी अयोध्या में एक ऐसा मंदिर है जहां एक हफ्ते के लिए श्रद्धालुओं को भगवान दर्शन नहीं देते. दरअसल इसकी भी अपनी अनोखी परंपरा है. हम बात कर रहे हैं राम जन्मभूमि परिसर से सटे जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) की. जहां धार्मिक मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा को भगवान जगन्नाथ चंदन लगाकर स्नान करने के लिए जाते हैं. अधिक स्नान करने के कारण उनके सिर में दर्द हो जाता है और जब लौटकर घर आते हैं तो उनकी पत्नी वहां विराजमान नहीं मिलती हैं जिसकी वजह से भगवान रूठ जाते हैं और अस्वस्थ हो जाते हैं. अस्वस्थ होने के कारण भगवान का श्रृंगार नहीं होता जिसकी वजह से पूर्णिमा से लेकर प्रतिपदा तक भगवान का पट बंद रहता है. इसी वजह से वह अपने भक्तों को दर्शन नहीं देते है.
जगन्नाथ मंदिर के महंत राघवाचार्य बताते हैं कि जब भगवान अस्वस्थ्य हो जाते हैं तो उनको दिव्य औषधि से युक्त जिसमें कस्तूरी, केसर, दालचीनी जटामासी, शिवलिंग आदि मिश्रित कर काढ़ा दिया जाता है. मंदिर के अंदर पुजारी भगवान का श्रृंगार करते हैं और बाहर दिव्य अनुष्ठान भजन कीर्तन होता है, ताकि भगवान जल्द ही स्वस्थ हो मंगल हो और अपने भक्तों को दर्शन दें.
जानें कब से कब तक दिया जाता है काढ़ा
जगन्नाथ मंदिर के महंत राघवाचार्य बताते हैं कि योगिनी एकादशी से भगवान को विभिन्न प्रकार के औषधि युक्त काढ़ा दिया जाता है जो अमावस्या तक चलता है. वहीं, प्रतिपदा को भगवान स्वस्थ होते हैं तो विधि विधान पूर्वक पूजन अर्चन के बाद भोग लगाया जाता है.
जानिए क्यों होते हैं भगवान अस्वस्थ?
राघवाचार्य बताते हैं कि भगवान के अस्वस्थ होने का यही कारण है कि जब भगवान अधिक स्नान कर लेते हैं और अपनी पत्नी से रूठ जाते हैं तब वे अस्वस्थ हो जाते है.जिसके लिए भक्त और पुजारी उनको मनाने के लिए विभिन्न औषधियों से युक्त काढ़ा पिलाते हैं और भजन कीर्तन करते हैं ताकि भगवान जल्द स्वस्थ हों.
जानिए कहां स्थित है जगन्नाथ मंदिर
राम जन्मभूमि मुख्य दर्शन मार्ग पर जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) स्थित है.
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Tags: Ayodhya News, Ayodhya ram mandir, Jagannath TempleFIRST PUBLISHED : June 28, 2022, 16:03 IST