पंजाबः इंस्पेक्टर सहित 3 पुलिसकर्मी बर्खास्त 2 लोगों को ड्रग्स के झूठे केस में फंसाने का है आरोप

फिरोजपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल सेल में तैनात इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह बाजवा, एएसआई अंग्रेज सिंह और हेड कॉन्स्टेबल जोगिन्दर सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है. इनकी टीम ने 20 जुलाई को दो लोगों को गिरफ़्तार करके 1 किलो हेरोइन और 5 लाख रुपए की बरामदगी दिखाई थी. लेकिन ये मामला झूठा निकला.

पंजाबः इंस्पेक्टर सहित 3 पुलिसकर्मी बर्खास्त 2 लोगों को ड्रग्स के झूठे केस में फंसाने का है आरोप
(एस.सिंह) चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने नशा और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपने एक इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. इन पर दो व्यक्तियों को ड्रग्स के झूठे मामले में फंसाने और मोटी रकम वसूलने के आरोप हैं. बर्खास्त पुलिसकर्मियों में इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह बाजवा, एएसआई अंग्रेज सिंह और हेड कॉन्स्टेबल जोगिन्दर सिंह शामिल हैं. ये फिरोजपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल सेल में तैनात थे. इनके खिलाफ पुलिस ने फिरोजपुर छावनी थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इंस्पेक्टर बाजवा, एएसआई अंग्रेज़ सिंह और हेड कॉन्स्टेबल जोगिन्दर के नेतृत्व में एंटी नारकोटिक्स सेल फिऱोज़पुर की टीम ने 20 जुलाई को दो व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया था. इनसे 1 किलो हेरोइन और 5 लाख रुपए की बरामदगी दिखाई गई थी. इस संबंध में आरोपी इंस्पेक्टर बाजवा द्वारा थाना फिरोजपुर छावनी में एनडीपीएस एक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत एफआईआर भी दर्ज की गई थी. लेकिन ये मामला झूठा निकला. सेवाओं में घोर लापरवाही के लिए इंस्पेक्टर बाजवा को फिरोजपुर रेंज के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) जसकरण सिंह ने बर्खास्त किया है, जबकि एएसआई अंग्रेज सिंह और हेड कॉन्स्टेबल जोगिन्दर को एसएसपी फिरोजपुर सुरिन्दर लाम्बा ने बर्खास्त किया. तीनों कर्मचारियों के खिलाफ भारत के संविधान के अनुच्छेद 311 (2) के अंतर्गत ये कार्रवाई की गई है. पुलिस ने तीनों के विरुद्ध थाना फिरोजपुर छावनी में एफआईआर भी दर्ज की है. इसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 166, 167, 195, 471, 218 और 120-बी और एन.डी.पी.एस. की धारा 21, 59 और 13 के तहत आरोप लगाए गए हैं. डीजीपी ने बताया कि एसएसपी फिरोजपुर को इस बरामदगी पर पहले से ही शक था. उनकी तरफ से इस मामले की आंतरिक स्तर पर जांच करवाई गई. इस दौरान एक शिकायतकर्ता ने दावा किया लगाया कि कुछ पुलिसकर्मियों ने उसके कर्मचारी से लाखों रुपए की धोखाधड़ी की है. डीजीपी ने बताया कि जांच के दौरान मूल बात यह सामने आई कि इन पुलिसकर्मियों ने ही पूरा मामला रचा था और पैसे हड़पने की नीयत से दोनों व्यक्तियों को गलत तरीके से केस में फंसाया था. डीजीपी के मुताबिक, विस्तृत जांच के दौरान आरोपियों पुलिसकर्मियों से पूछताछ की गई. उनके पास कोई स्पष्टीकरण नहीं था. बाद में वह फरार हो गए, जिससे शक और अधिक बढ़ गया. उसके बाद बर्खास्तगी की ये कार्रवाई की गई. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Drugs in punjab, Punjab, Punjab PoliceFIRST PUBLISHED : July 26, 2022, 11:18 IST