वेस्ट समझकर इसे फेंक देते हैं लेकिन असल में है लाखों की इनकम का सोर्स

Cow Dung: सानुगुला भास्कर गाय के गोबर से पूजा सामग्री जैसे धूपबत्ती, प्रामिडल्स और दंत मंजन बनाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. यह कारोबार महिलाओं को रोजगार देने के साथ हवा शुद्ध करने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है.

वेस्ट समझकर इसे फेंक देते हैं लेकिन असल में है लाखों की इनकम का सोर्स
Cow Dung: गाय के गोबर से कई तरह की पूजा सामग्री बनाई जाती है. इससे अच्छा मुनाफा भी कमाया जा सकता है. पूरी जानकारी के लिए लोकल18 ने बात की है सानुगुला भास्कर से. उन्होंने इस बिजनेस के बारे में कई जानकारी दी है. चलिए हम आपको इस आर्टिकल में बताते हैं. प्रोडक्ट्स की बढ़ती डिमांड सानुगुला भास्कर ने लोकल18 को बताया कि राजन्ना सिरिसिला जिले के वेमुलावाड़ा शहर में भगवंतराव नगर के गायत्री माता मंदिर के पास कई प्रकार की पूजा सामग्री तैयार की जाती है. इसमें गाय के गोबर का इस्तेमाल होता है, जिसे अच्छा माना जाता है. साथ ही गाय के गोबर से बनी पूजा सामग्री की डिमांड में भी रफ्तार आई है. जानें प्रोडक्ट्स और कीमत
 सानुगुला भास्कर बताते हैं कि पिछले कई साल से गाय के गोबर और गोपेड़ा से बने प्रामिडल्स, डुप स्टिक, संब्रानी, दन्त मंजन और डुप कप बनाए जा रहे हैं. इससे कई महिलाओं को रोजगार भी मिला है. गाय के गोबर से पूजा सामग्री बनाने में करीब 5 लाख रुपये का खर्च आता है. वहीं, ये कारोबारी धूप कप- 50 रुपये, धूप स्टिक- 20 रुपये, धूप और धूपबत्ती- 2 रुपये, प्रामिडी- 2 रुपये और ग्वारपाठे से बना दंत मंजन- 40 रुपये में बेच रहे हैं. इस नंबर पर करें संपर्क इस दुकान का नाम लेपाक्षी इंटरप्राइजेज है. इस बिजनेस को तीन साल पहले वेमुलावाड़ा शहर में शुरू किया गया. ये बिजनेस तेजी से वायरल हुआ क्योंकि गाय के गोबर से बनी पूजा सामग्री का इस्तेमाल करने से आस-पास की हवा शुद्ध होती है. अगर इसे घर में इस्तेमाल किया जाए तो नकारात्मक ऊर्जा दूर की जा सकती है. भास्कर ने ये भी बताया कि खरीदार फीडबैक देते हैं कि गाय के गोबर से बनी पूजा सामग्री बहुत अच्छी है. अगर आप इसे गाय के गोबर के बनी पूजी सामग्री खरीदना चाहते हैं तो 9912219054 पर संपर्क करें. Tags: Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : November 25, 2024, 12:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed