अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में भी कारगर साबित हुआ PTR का ये मॉडल

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघ मित्र मॉडल का खाका खींचने वाले WWF (विश्व प्रकृति निधि) के परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि बाघ मित्र वन विभाग एवं ग्रामीणों के बीच सेतु का काम करता है. किसी भी वन्यजीव की चहलकदमी या फिर हमले की घटना पर सबसे पहले पहुंच कर स्थिति की प्रारंभिक जांच-पड़ताल भी यही करते हैं.

अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में भी कारगर साबित हुआ PTR का  ये मॉडल
पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिजर्व में मानव-वन्यजीव संघर्ष का इतिहास बहुत पुराना है. आज से 5 साल पहले इन घटनाओं में कमी लाने और सूचना तंत्र मज़बूत करने के लिहाज से बाघ मित्र कार्यक्रम शुरू किया गया था. यह कार्यक्रम इतना सफल रहा कि आज प्रदेश के कई अभयारण्यों में इसे लागू किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के जंगल में बाघों का कुनबा पनपते देख जून 2014 में पीलीभीत टाइगर रिजर्व को मंज़ूरी दी गई थी. जहां एक तरफ तो पीलीभीत में बाघों का कुनबा फल फूल रहा था तो वहीं बाघों और इंसानों के बीच संघर्ष की परिस्थितियां भी बनती जा रही थी. इसी से निपटने के लिए वर्ष 2019 में WWF (विश्व प्रकृति निधि)ने बाघ मित्र प्रोजेक्ट को एक प्रयोग के तौर पर लॉन्च किया था. यह प्रयोग पीलीभीत में इस क़दर कारगर साबित हुआ कि अभी से प्रदेश के अन्य टाइगर रिज़र्व में भी लागू किया जा रहा है. अमानगढ़ रिजर्व में बढ़ी बाघों की संख्या बिजनौर में स्थित अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ने के बाद से ही पूरे बिजनौर जिले में तेंदुए की चहलकदमी और हमले की घटनाएं लगातार जारी है. इन घटनाओं की मॉनिटरिंग और इनसे निपटने के लिए अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में भी बाघ मित्र मॉडल को लागू किया गया था. अब पीलीभीत के बाघ मित्र बिजनौर में बनी बाघ मित्रों की टीम को लैपर्ड व टाइगर ट्रैकिंग समेत मानव-वन्यजीव संघर्ष की परिस्थितियों से निपटने के गुर सिखा रहे हैं. सेतु का काम करता है ये मॉडल पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघ मित्र मॉडल का खाका खींचने वाले WWF (विश्व प्रकृति निधि) के परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि बाघ मित्र वन विभाग एवं ग्रामीणों के बीच सेतु का काम करता है. किसी भी वन्यजीव की चहलकदमी या फिर हमले की घटना पर सबसे पहले पहुंच कर स्थिति की प्रारंभिक जांच-पड़ताल भी यही करते हैं. तमाम अन्य अभयारण्यों में भी इस मॉडल को सराहा जा रहा है. Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 19:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed