बस्ती में यहा है मखौड़ा धाम यहीं से शुरू होती है 80 कोसी परिक्रमा

मखौड़ा धाम बस्ती जनपद के परशुरामपुर विकासखंड में स्थित है. त्रेता युग में जब राजा दशरथ को संतान सूख की प्राप्ति नहीं हो पा रही थी तो उन्हाेंने अपने गुरु महर्षि वशिष्ठ के कहने पर मनोरमा नदी के तट पर श्रृंगी ऋषि के सानिध्य में पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ करवाया था. मखौड़ा धाम से ही 84 कोसी परिक्रमा का प्रारंभ होता है और यहीं पर आकर समाप्त भी होता है.

बस्ती में यहा है मखौड़ा धाम यहीं से शुरू होती है 80 कोसी परिक्रमा
बस्ती. यूपी के बस्ती जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर मनोरमा नदी के किनारे एक ऐसा मंदिर है, जहां राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ कराया था. जी हां, हम बात कर रहे हैं मखौड़ा धाम की, जहां राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ किया था. यही वह स्थान है, जहां श्रृंगी ऋषि ने महर्षि वशिष्ठ के कहने पर पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ किया था. वहीं प्रसाद ग्रहण करने के बाद राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का जन्म हुआ था. मखौड़ा धाम में राजा दशरथ ने कराया था यज्ञ मखौड़ा धाम बस्ती जनपद के परशुरामपुर विकासखंड में स्थित है. त्रेता युग में जब राजा दशरथ को संतान सूख की प्राप्ति नहीं हो पा रही थी तो उन्हाेंने अपने गुरु महर्षि वशिष्ठ के कहने पर मनोरमा नदी के तट पर श्रृंगी ऋषि के सानिध्य में पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ किया था. यज्ञ विधि से खीर की प्राप्ति हुई, जिसको ग्रहण करने के बाद रानी कैकेई के साथ सुमित्रा और कौशल्या को पुत्र रत्न के तौर पर राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न प्राप्त हुआ. वहीं प्रभु श्री राम के जन्म के छठवें दिन पर छठ के कार्यक्रम पर मखौड़ा धाम से ही 84 कोसी परिक्रमा का प्रारंभ होता है और यहीं पर आकर समाप्त भी होता है. हवन और यज्ञ कराने से मनोरथ होता है सफल मान्यता यह भी है कि जो लोग इस पावन तट पर स्थित क्षेत्र में हवन और यज्ञ सहित अन्य संस्कार कराते हैं तो उनके मनोरथ सफल हो जाते हैं. जिसके चलते लोग आए दिन पवित्र मास में मंदिर में भंडारे आदि का आयोजन कराते रहते हैं. इसी क्रम में लोक कल्याण के लिए साधू संतों द्वारा बीते वर्ष कार्तिक पूर्णिमा से सतत बारह वर्षों तक चलने वाला अखंड राम नाम का जप प्रारंभ हुआ है जो जारी है. बस्ती जनपद मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर पश्चिम की तरफ और अयोध्या से 17 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ मखौड़ा धाम स्थित है. इसका प्राचीनतम धार्मिक इतिहास त्रेता काल के युग से है. Tags: Basti news, Dharma Aastha, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 18:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed