Pilibhit News : वन विभाग में 50 % पद खाली कैसे रुकेगा मानव-वन्यजीव संघर्ष

इन दिनों उत्तरप्रदेश में मानव वन्यजीव संघर्ष एक बड़ा मुद्दा है. शासन से लेकर स्थानीय प्रशासन तक इस को लेकर हिला हुआ है. अगर पीलीभीत बात करें तो पीलीभीत उत्तर प्रदेश में मानवजीत संघर्ष से सबसे अधिक प्रभावित ज़िलों में से एक है. इसी को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने माना कि संघर्ष रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार करते हुए समिति का गठन किया है.

Pilibhit News : वन विभाग में 50 % पद खाली कैसे रुकेगा मानव-वन्यजीव संघर्ष
पीलीभीत. इन दिनों उत्तर प्रदेश में मानव वन्यजीव संघर्ष एक बड़ा मुद्दा है. शासन से लेकर स्थानीय प्रशासन तक हड़कंप मचा हुआ है. अगर पीलीभीत की बात करें तो पीलीभीत उत्तर प्रदेश में मानवजीत संघर्ष से सबसे अधिक प्रभावित ज़िलों में से एक है. इसी को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने माना कि संघर्ष रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार करते हुए समिति का गठन किया है. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले का एक तिहाई हिस्सा वन क्षेत्र है. पीलीभीत के सैकड़ों गांव ऐसे हैं जो मानव वन्यजीव संघर्ष से प्रभावित हैं. वहीं अगर इस लिहाज से अति संवेदनशील इलाकों को देखा जाए तो तकरीबन 70 से भी अधिक गांव इसकी चपेट में हैं. वैसे तो पीलीभीत में जंगली जानवरों के हमले की घटनाएं कोई नई बात नहीं लेकिन बीते कुछ सालों में इन मामलों में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी देखी गई है. जानकारों की मानें तो यदि समय रहते कुछ ठोस क़दम नहीं लिए गए तो यह समस्या दिन ब दिन विकराल रूप धारण कर लेगी. डिप्टी डायरेक्टर ने बनाया एक्शन प्लान जंगल से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों के बीच बढ़ती दहशत को देखते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने मानव वन्यजीव संघर्ष से निपटने का एक्शन प्लान तैयार किया है. इसके तहत एक नियंत्रण समिति बनायी गई है जिसमें सभी संबंधित विभागाध्यक्षों को शामिल किया गया है. इसके साथ ही अति संवेदनशील इलाकों के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी गई. संसाधनों का अभाव बन सकता है रोड़ा एक तरफ जहां वर्तमान परिस्थितियों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री समेत शासन-प्रशासन एक्शन प्लान बनाने में जुटे हैं तो वहीं दूसरी ओर वन विभाग के पास संसाधनों की कमी इन परिस्थितियों से निपटने में न काफ़ी साबित हो सकती है. अगर मानवीय संसाधनों की बात की जाए तो पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में कुल रिक्त पदों पर आधे से भी कम की नियुक्ति है. वहीं रेंज स्तर पर वन्यजीवों को रेस्क्यू करने से संबंधित संसाधनों का अभाव है. Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News Hindi, Wild animals, Wild lifeFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 12:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed