रामपुर का कोरमा, जिसे “रामपुरी कोरमा” के नाम से भी जाना जाता है, अपनी अनूठी पाक-शैली और समृद्ध स्वाद के लिए प्रसिद्ध है. उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक शहर रामपुर में नवाबी दौर के दौरान विकसित हुए कई परिष्कृत व्यंजनों में से यह एक विशेष स्थान रखता है.
रामपुर का कोरमा उत्तर भारतीय व्यंजनों का एक मशहूर और लजीज पकवान है. यह खासतौर पर अपने मसालों और धीमी आंच पर पकाए गए मांस के लिए जाना जाता है. रामपुरी कोरमा अन्य कोरमों से थोड़ा अलग होता है, क्योंकि इसमें मांस को पहले धीमी आंच पर पकाया जाता है और फिर घी, दही, केसर, प्याज और विशेष मसालों के साथ तैयार किया जाता है. इस व्यंजन में अक्सर बादाम और काजू का पेस्ट भी मिलाया जाता है, जो इसे एक समृद्ध और मलाईदार बनावट देता है.
सदियों पुरानी परंपरा
शावेज़ हुसैन, जो कि रामपुर के एक प्रसिद्ध दुकानदार हैं, बताते हैं कि उनकी दुकान पर पिछले 80 से 90 सालों से रामपुरी कोरमा बनाया जा रहा है. उनकी दुकान, अकबरी मुस्लिम होटल, मालगोदाम के चौराहे पर न्यू रोडवेज के पास स्थित है. हुसैन बताते हैं कि रामपुर के कोरमा की खासियत यह है कि इसमें मसाले बहुत ही संतुलित मात्रा में होते हैं, जो इसके स्वाद को लाजवाब बना देते हैं. यह व्यंजन आमतौर पर नान, पराठा, या बिरयानी के साथ परोसा जाता है. इसकी एक प्लेट की कीमत 80 रुपये है.
बेहद लोकप्रिय
रामपुर का कोरमा न केवल एक व्यंजन है, बल्कि यह रामपुर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है. यह पकवान अपनी उत्कृष्टता और लाजवाब स्वाद के कारण खाने के शौकीनों के बीच बेहद लोकप्रिय है.
Tags: Food 18, Local18FIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 10:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed