PFI फंडिंग को लेकर बड़ा खुलासा रडार पर हैं खाड़ी देशों में रह रहे 500 से ज्यादा लोगों के बैंक अकाउंट
PFI फंडिंग को लेकर बड़ा खुलासा रडार पर हैं खाड़ी देशों में रह रहे 500 से ज्यादा लोगों के बैंक अकाउंट
PFI Funding: देश के अलग-अलग हिस्सों में गिरफ्तार पीएफआई के सदस्यों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हर महीने विदेश और खासकर खाड़ी के देश से 5 से 6 करोड़ रुपए के बीच इस संस्था को फंडिंग मिलती थी. पैसे भेजने वालों में ज्यादातर उनकी तादाद होती थी जो केरल, तमिलनाडु, यूपी, बिहार के रहने वाले हैं और विदेश जाकर पैसा कमा रहे हैं.
नई दिल्ली. टेरर लिंक के सबूत मिलने के बाद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ केंद्र सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है. सरकार ने पीएफआई पर पांच साल का प्रतिबंध लगाया है. वहीं अब जांच के दौरान पीएफआई की विदेशी फंडिंग मामले का खुलासा होने के बाद कई लोगों के बैंक अकाउंट के जांच की भी तैयारी की जा रही है.
दरअसल जांच एजेंसियों को जानकारी मिली है उसके अनुसार पीएफआई फंडिंग के लिए करीब आधा दर्जन खाड़ी देश से पैसा आता था. पैसा भेजने वाले ज्यादातर वह होते थे जो भारत से उन देशों में काम की तलाश में गए हैं. अभी तक अलग-अलग जांच एजेंसी के सामने 500 से ज्यादा लोगों के खाते रडार पर हैं जिनकी जांच करने के लिए सूची बनाई गई है.
5 से 6 करोड़ की होती थी फंडिंग
देश के अलग-अलग हिस्सों में गिरफ्तार पीएफआई के सदस्यों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हर महीने विदेश और खासकर खाड़ी के देश से 5 से 6 करोड़ रुपए के बीच इस संस्था को फंडिंग मिलती थी. पैसे भेजने वालों में ज्यादातर उनकी तादाद होती थी जो केरल, तमिलनाडु, यूपी, बिहार के रहने वाले हैं और विदेश जाकर पैसा कमा रहे हैं. अभी तक की जुटाई जानकारी के मुताबिक 500 से ज्यादा लोग इस जांच के दायरे में आ रहे हैं.
पैसे भेजने के लिए कोड वर्ड का होता था इस्तेमाल
सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों को देशभर में पीएफआई के अलग-अलग दफ्तरों से आधा दर्जन डायरियां मिली हैं. इसमें इस बात का जिक्र है कि किस शख्स ने कहां से पीएफआई की किस हिस्से में कितनी रकम दी है. खास बात यह है कि इन डायरी की एंट्री पैन द्वारा की जाती थी और उस में कोड वर्ड का भी जिक्र था. अब इस डायरी को तैयार करने वाले लोगों से कोड वर्ड के राज के बारे में पूछताछ की जा रही है.
इन राज्यों की PFI शाखाओं को मिला सबसे अधिक फंड
इन डायरियों में जो फंडिंग की डिटेल है उनका तरीका पीएफआई संगठन सदस्यों के पास से मिली बुकलेट से मिलता जुलता है. पीएफआई की कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और तेलंगाना की शाखा ने पिछले 2 सालों के दौरान विदेश से सबसे ज्यादा अनुदान लिया. अब उन खातों की जांच से पैसे के उस रूट का पता लगाया जा रहा है जो विदेशों से चल तक पीएफआई के सबसे निचले काडर तक अंत में पहुंचता था.
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Tags: Gulf, PFI, Terror FundingFIRST PUBLISHED : September 28, 2022, 19:15 IST