आ गया रसमलाई और बर्फी का बाप! देसी घी से बनती है ये मिठाई स्वाद ऐसा कि

इसको बनाने के लिए सबसे पहले शुद्ध दूध को जलाकर खोवा तैयार किया जाता है. अब इस खोए को धीमी आंच पर शुद्ध देसी घी में देर तक पकाया जाता है.

आ गया रसमलाई और बर्फी का बाप! देसी घी से बनती है ये मिठाई स्वाद ऐसा कि
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: कभी-कभी कुछ ऐसी मिठाइयां मिल जाती हैं जो न केवल मन को मोहित और आनंदित करती हैं बल्कि हर समय के लिए यादगार बन जाती हैं. इन दिनों बलिया में एक खास पेड़ा खूब सुर्खियां बटोर रहा है. खास तरीके से तैयार होने वाला यह पेड़ा सबसे अलग होता है. इसको लाल पेड़ा के नाम से जानते हैं. न केवल यह अन्य पेड़ा से भिन्न होता है बल्कि इसका रंग भी अलग यानी लाल होता है. आइए जानते हैं आखिर कैसे तैयार होता है सबको आकर्षित करने वाला यह खास पेड़ा… दुकान मालिक दिव्यांशु गुप्ता ने कहा, ‘कोरोना काल में मैंने एक छोटी सी दुकान खोली और जब मैं काशी(वाराणसी) गया तो वहां एक पेड़ा खाया, जो मुझे बहुत अच्छा लगा, तो उस पेड़ के बनाने की विधि को मैंने पता किया और बलिया में इसको बनाने लगा. लोगों ने इतना पसंद किया कि आज यह छोटी दुकान एक बड़ा आकार ले चुका है. रसड़ा, मनियर, सिकंदरपुर और गाजीपुर से लगायत 100 किलोमीटर दूरी से लोग इसको खाने के लिए आते हैं’. ऐसे बनता है यह लाल पेडा… इसको बनाने के लिए सबसे पहले शुद्ध दूध को जलाकर खोवा तैयार किया जाता है. अब इस खोए को धीमी आंच पर शुद्ध देसी घी में देर तक पकाया जाता है. यह धीरे-धीरे अपने लाल रंग में आने लगता है, उसके बाद इसमें ड्राई फ्रूट्स डालकर पेड़े का आकार दे दिया जाता है. शुगर के मरीजों के लिए इसको वगैर चीनी बनाया जाता है. इसकी कीमत की बात करें तो एक पीस ₹20 और 1 किलो ₹480 के हिसाब से ग्राहकों को दिया जाता है. ये बोले ग्राहक… दुकान पर इस खास पेड़े के स्वाद का आनंद लेने आए ग्राहकों ने बताया कि यह पेड़ा जनपद में मिलने वाले अन्य से बिल्कुल अलग है. इसका स्वाद काफी लाजवाब है. एक बार इसको खाने के बाद बार-बार के लिए इसका स्वाद यादगार बन जाता है. ये है लोकेशन… बलिया रेलवे स्टेशन से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर स्पोर्ट्स स्टेडियम के ठीक सामने जमुना बेकरी मिष्ठान भंडार की दुकान स्थित है, जहां आप भी आकर इस लाजवाब और सबसे भिन्न पेड़े के स्वाद का ले सकते हैं. Tags: Local18, Sweet DishesFIRST PUBLISHED : May 17, 2024, 15:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed