कन्नौज/अंजली शर्मा: कन्नौज में बनने वाले खास मुरब्बे (Murabba) का स्वाद बहुत खास होता है. आपने आमतौर पर आंवले का मुरब्बा खाया होगा. लेकन यहां बेल और सेब से मुरब्बा बनाया जाता है. स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी मुरब्बा बहुत अच्छा होता है. खासतौर पर पेट से जुड़ी सारी परेशानियां इस मुरब्बे से दूर हो जाती हैं. दूर-दूर से कन्नौज आने वाले लोग भी इस मुरब्बे को जरूर खरीदते हैं.
कौन-सा मुरब्बा होता है सेहत के लिए फायदेमंद
कन्नौज की सबसे पुरानी दुकानों में से एक है कलावती गट्टा भंडार. यहां तीन प्रकार के मुरब्बे बनते हैं, जो लोगों को बहुत पसंद आते हैं. दुकानदार बताते हैं कि आंवले का मुरब्बा बालों और स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है, तो वहीं बेल का मुरब्बा गर्मियों के सीजन में पेट से होने वाली कई समस्याओं में लाभकारी साबित होता है. जैसे गैस, मरोड़, ऐंठन. इन सब चीजों में मुरब्बा बहुत फायदेमंद रहता है. सेब का मुरब्बा लोगों को लाजवाब स्वाद देता है.
101 साल पुराना है स्वाद
दुकानदार सक्षम वैश्य बताते हैं कि उनकी दुकान करीब 101 साल पुरानी है. पांचवीं पीढ़ी इस काम को संभाल रही है. वह लोग अपनी क्वालिटी से कोई समझौता नहीं करते. यहां तीन प्रकार के मुरब्बे मिल जाते हैं. लोग दूर-दूर से यहां पर बेल का मुरब्बा लेने आते हैं. बेल के मुरब्बे से पेट से संबंधित कई तरह की समस्या का समाधान हो जाता है.
क्या है इस मुरब्बे की कीमत
आंवला के मुरब्बे के रेट की बात करी जाए तो यह ₹120 किलो से शुरू होकर 150 रुपए किलो तक रहता है. तो वहीं बेल, सेब का मुरब्बा 140 रुपए किलो से शुरू होकर ₹200 किलो तक रहता है. जो भी इत्र की खरीदारी करने कन्नौज आता है, वह इस खास दुकान पर मुरब्बा लेने जरूर आता है.
कैसे पहुंचे दुकान तक
कन्नौज मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर बड़ा बाजार इत्र वाली मार्केट है. वहीं पर 101 साल पुरानी यह कलावती गट्टा भंडार की दुकान है.
Tags: Food 18, Local18FIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 15:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed