इस दुकान में बनती है लाजवाब मिठाई स्वाद ऐसा कि दीवाने हैं लोग

सहारनपुर की एक ऐसी दुकान जहां पर रोजाना 70 से 80 किलो घेवर बिकता है, जी हां हम बात कर रहे हैं सहारनपुर के हसनपुर चौक स्थित आनंद स्वीट्स की, आनंद स्वीट्स के मालिक राजीव नरूला और उनके बड़े भाई को यह दुकान विरासत में मिली है।

इस दुकान में बनती है लाजवाब मिठाई स्वाद ऐसा कि दीवाने हैं लोग
अंकुर सैनी/ सहारनपुर: सहारनपुर खाने-पीने की चीजों को लेकर काफी मशहूर है. सहारनपुर की आज हम आपको एक ऐसी मिठाई से रूबरू कराने वाले हैं, जो कि मीठा होने के साथ-साथ लोगों के जीवन में मिठास घोलने का भी काम करती है. हम बात कर रहे हैं सावन की मिठाई घेवर की. सहारनपुर में प्रत्येक दुकान पर घेवर बनाया और बेचा जाता है, लेकिन सहारनपुर की एक ऐसी दुकान जहां पर रोजाना 70 से 80 किलो घेवर बिकता है. जी हां हम बात कर रहे हैं सहारनपुर के हसनपुर चौक स्थित आनंद स्वीट्स की. आनंद स्वीट्स के मालिक राजीव नरूला और उनके बड़े भाई को यह दुकान विरासत में मिली है. इससे पहले उनके पिताजी मिठाई की छोटी सी दुकान चलाते थे. आनंद स्वीट्स की मिठाई की खास बात यह है कि जो भी यहां से घेवर लेकर जाता है वह दोबारा से यही पर ही घेवर लेने आता है. राजीव नरूला का कहना है कि आसपास के जनपदों में भी उनके घेवर की डिमांड है. घेवर ही नहीं उनकी दुकान की और भी कई मिठाई दूर-दूर तक मशहूर है. वही अगर दाम की बात करें, तो आनंद स्वीट्स पर बिकने वाली मिठाइयों के दाम भी अन्य मिठाई की दुकानों से कम है. आनंद स्वीट्स के मालिक का कहना है कि उनको अच्छी और सस्ती मिठाई लोगों को खिलानी है. घेवर की खासियत आनंद स्वीट्स के मालिक बताते हैं कि वह घेवर और अन्य मिठाइयों को बनाने के लिए प्योरिटी का खास ध्यान रखते हैं. बाहर से दूध मंगाकर मावा निकाला जाता है और मिठाई बनाते समय साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. उनके पास मिठाई को बनाने वाले अच्छे कारीगर मौजूद हैं. कस्टमर को सस्ती और अच्छी शुद्धता वाली मिठाई देना ही उनका मकसद है. यही कारण है कि आनंद स्वीट्स की छोटी सी शॉप से रेस्टोरेंट तक पहुंच चुकी है. राजीव नरूला यह भी बताते हैं कि जब कोई कस्टमर आकर उनकी मिठाई की तारीफ करता है, तो उनकी सारी मेहनत सफल हो जाती है. सहारनपुर के नजदीकी जनपद मुजफ्फरनगर, शामली और पास के राज्य यमुनानगर और देहरादून में भी उनकी घेवर मिठाई काफी पसंद की जाती है. Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 12:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed