दोस्ती हो तो भारत और इजराइल जैसी! जानें LAC पर नजर रखने के लिए कैसे भारत की मदद कर रहा इजराइल

Special Story: भारत के इजराइल के साथ बेहद अच्छे संबंध है. दोनों देश समय-समय पर एक दूसरे की मदद के लिए तत्पर रहते हैं. भारत रक्षा समानों के लिए काफी हद तक इजराइल पर निर्भर रहता है. इजराइल भारत को हाईटेक मानव रहित विमानों के साथ अन्य रक्षा संयंत्र भी उपलब्ध कराता है. इजराइल से लिए गए मानव रहित विमान बॉर्डर पर निगरानी भी करते हैं.

दोस्ती हो तो भारत और इजराइल जैसी! जानें LAC पर नजर रखने के लिए कैसे भारत की मदद कर रहा इजराइल
हाइलाइट्सभारत को रक्षा समान देता है इजराइल बेहद मजबूत हैं भारत और इजराइल के संबंधइजराइल से लिए ड्रोन सीमा पर हैं तैनात नई दिल्ली: भारत और इजराइल के संबंधों से पूरी दुनिया वाकिफ है. दोनों के रिश्ते रणनीतिक साझेदार के अलावा सैन्य सहयोग पर आधारित हैं. इजराइल से भारत हाईटेक रक्षा समान खरीदता रहता है, जिससे सीमा की सुरक्षा और मजबूत हो सके. भारत और इजराइल के रक्षा सौदे को लेकर इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) में भारत के लिए मार्केटिंग के उपाध्यक्ष, एवी ब्लेसर का कहना है कि वह भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के साथ मिलकर उनकी रक्षा जरूरतों के समाधान के लिए काम कर रहे हैं. भारत की जरुरत को समझने के लिए एवी ब्लेसर भारतीय सैनिकों के युद्ध अभ्यास में भी साथ गए थे. साथ ही ब्लेसर ने रक्षा मंत्रियों के साथ मुलाकात की, नक्सलियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के उपयोग पर पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों को संबोधित किया, और एक बार आंध्र प्रदेश पुलिस में भी शामिल हुए. 2020 की गलवान घटना के बाद से ही वह चीन-भारत सीमा पर पैनी नजर रखे हुए हैं. गलवान की घटना के बाद तैनात किया गया हेरॉन एमके 2 2020 में गलवान कि घटना के बाद से भारत ने चीन सीमा पर मानवरहित विमान ‘हेरॉन एमके’ 2 तैनात कर रखा है. यह इजराइली ड्रोन, 35 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है. 1000 किलोमीटर के दायरे को कवर कर सकता है, घने बादलों को भी देख सकता है. हेरॉन एमके 2 खराब मौसम में भी काम करता है. यह 45 घंटे तक उड़ सकता है. बताया गया है कि इसे अब लेह में तैनात किया जा रहा है. भारतीय सेना ने पिछले साल इजराइल से ‘हेरॉन टीपी’ भी लीज पर लिया. यह मानवरहित विमान इजराइल में बने उन विमानों में है जिसे जरूरत पड़ने पर हथियारों से लैश किया जा सकता है. लगातार बढ़ रहे हैं भारत और इजराइल के रिश्ते एवी ब्लेसर ने 1991 से बने भारत के साथ अपने संबंधों को याद किया जब वो पहली बार सिंगापुर एयर शो में एक भारतीय प्रतिनिधि मंडल से मिले थे. उन्होंने कहा कि मैं एक यूरोपीय पासपोर्ट पर यात्रा कर रहा था. तब भारतीय प्रतिनिधि मंडल ने उन्हें साउथ ब्लॉक में आमंत्रित किया. जिसके 4 साल बाद रक्षा मंत्रालय ने 2 ‘सर्च सिस्टम’ के लिए इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. समय के साथ संबंध विकसित हुए और बढ़ते चले गए. भारत के इजराइल के साथ रिश्ते बढ़ते गए. इजराइली तकनीकि और उपकरणों के आयातक से लेकर भारतीय कंपनियां अब विभिन्न उपक्रमों पर IAI के साथ सहयोग कर रही हैं. UAV के निर्माण में की भारत की मदद इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने एक संयुक्त दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए हैं. जिसके तहत IAI न केवल भारत को UAV (मानव रहित विमान) की पेशकश (देगा) करेगा बल्कि HAL को भारत में उनके निर्माण में भी मदद करेगा. इसके अलावा 2018 में अडानी ने हैदराबाद में हर्मीस 900 यूएवी निर्माण करने के लिए इजराइली कंपनी एबिल्ट सिस्टन के साथ हाथ मिलाया. इससे पहले 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजराइल यात्रा के बाद IAI ने भारत मे UAV के निर्माण के लिए एलकॉन सिस्टम और डायनामेटिक टेक्नोलॉजी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. इस साल की शुरुआत में HAL ने इजराइल के साथ कार्गो और परिवहन क्षमताओं के साथ हवा में ईंधन भरने के लिए नागरिक यात्री विमान को बहुमिशन टैंकर परिवहन में बदलने के लिए IAI के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है. MOU में यात्री विमानों को मालवाहक विमानों में बदलना भी शामिल है. IAI में लगभग 15 हजार कर्मचारी करते हैं काम IAI में बोइंग 767 रूपांतरण के निदेशक ‘नोआम शेरोनी का कहना है कि IAI विश्व का लीडर है. क्योंकि वह 17 वर्ष और उससे अधिक आयु के विमान दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि हमने रिकॉर्ड 283 यात्री विमानों को मालवाहक विमानों में परिवर्तित किया है. आपको बता दें कि उच्च सुरक्षा वाले IAI में 10 से 150 हजार कर्मचारी शामिल हैं. जिसमें इंजीनियर और वैज्ञानिक हैं. उन्होंने बताया कि बिजली के तार बेंगलुरु के सैसमोस हेट टेक्नोलॉजी लिमिटेड नामक कंपनी से प्राप्त किए जाते हैं. मानव रहित क्षमता और समाधान की तलाश कर रही है दुनिया- एवी ब्लेसर गौरतलब है कि मानव रहित विमान (यूएवी) एक लंबा सफर तय कर चुके हैं. एवी ब्लेसर ने बताया कि हेरॉन एमके 2 800 फीट प्रति मिनट की गति से चढ़ सकता है. सभी ग्राउंड स्टेशनों को वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है. ब्लेसर कहते हैं कि इन सबसे ऊपर यह विभिन्न उपकरणों को सुन सकता है और लक्ष्य को इंगित कर सकता है. उन्होंने कहा कि एमके 2 का इस्तेमाल खोज और बचाव कार्यों के लिए भी किया जा सकता है. एवी ब्लेसर ने कहा कि दुनिया ‘मानव रहित क्षमता और समाधान की तलाश कर रही है’. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: India-Israel, World newsFIRST PUBLISHED : November 17, 2022, 10:16 IST