इस अस्‍पताल के अंदर ही खुल गया फायर स्‍टेशन पलक झपकते ही बुझेगी आग

दिल्‍ली का ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज पहला ऐसा अस्‍पताल बन गया है जहां आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए अस्‍पताल के अंदर ही फायर स्‍टेशन खोला गया है.

इस अस्‍पताल के अंदर ही खुल गया फायर स्‍टेशन पलक झपकते ही बुझेगी आग
Fire Station in Hospital: भारत में जब भी कहीं आग लगती है तो लोग फटाफट फायर सर्विस के हेल्‍पलाइन नंबर 101 पर कॉल करते हैं, ताकि तुरंत फायर की गाड़‍ियां और जवान मौके पर पहुंच सकें. हालांकि कई बार आग इतनी भीषण होती है कि सूचना पहुंचने से लेकर फायर टेंडर या फायर सर्विस के पहुंचने तक इतना समय बीत जाता है कि सब कुछ स्‍वाहा हो जाता है. हालांकि दिल्‍ली के इस बड़े अस्‍पताल ने आगजनी की घटनाओं से बचने के लिए अब अस्‍पताल के अंदर ही फायर स्‍टेशन खोल लिया है. दिल्‍ली का यह अस्‍पताल है ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज. यहां एम्‍स प्रबंधन और दिल्‍ली फायर सर्विस ने मिलकर किसी भी अस्‍पताल के अंदर पहला फायर स्‍टेशन खोला है जो 24 घंटे अस्‍पताल की सुरक्षा में रहेगा. ये भी पढ़ें  खाना कम खाने से वाकई बढ़ती है उम्र, क्या कहती है साइंस? एम्‍स में मीडिया प्रोटोकॉल डिविजन की हेड प्रो. रीमा दादा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस स्‍टेशन में 75 लाख रुपये के 1 हजार गैलन पानी की क्षमता वाला फायर रखा गया है. साथ ही इस स्‍टेशन में एक सब ऑफिसर सहित 6 फायरमैन का स्‍टाफ हमेशा तैनात रहेगा. 24 घंटे में कभी भी आगजनी होने पर अब एम्‍स प्रबंधन को दिल्‍ली फायर सर्विस के हेल्‍पलाइन नंबर पर कॉल कर हेल्‍प नहीं मांगनी होगी, बल्कि इस फायर स्‍टेशन के कर्मचारी पलक झपकते ही अस्‍पताल में आग बुझाने के काम में जुट जाएंगे. यह फायर स्‍टेशन अस्‍पताल में रोजाना 24 घंटे रहने वाले 50 से 60 हजार मरीजों, उनके परिजनों, स्‍टाफ और डॉक्‍टरों की सुरक्षा करेगा. यहां कोई भी आग लगने की घटना पर तत्‍काल कार्रवाई हो सकेगी. वहीं अगर आग ज्‍यादा भीषण होगी तो दिल्‍ली फायर सर्विस से भी मदद ली जा सकेगी. 2021 में ही की गई थी घोषणा  बता दें कि साल 2021 में ही दिल्ली फायर सर्विसेज (Delhi Fire Services) ने एम्स के साथ मिलकर कॉम्‍प्‍लेक्‍स में एक फायर स्टेशन स्‍थापित करने की फैसला किया था. अस्‍पताल में एक छोटा फायर स्‍टेशन खोलने के एम्‍स प्रशासन के फैसले से डीएफएस (DFS)के अध‍िकारी भी काफी खुश थे. उनका मानना था कि इस तरह का फैसला जान माल को बचाने की द‍िशा में एक अच्‍छा कदम होगा. वहीं उस समय दिल्‍ली के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सत्‍येंद्र जैन ने भी दिल्‍ली सरकार के 7 अस्‍पतालों में फायर स्‍टेशन की एक गाड़ी 24 घंटे रखने के निर्देश दिए थे. ये भी पढ़ें  काली या पीली, कौन सी किशमिश है सुपरफूड, जहर को निकाल फेंकती है बाहर, पता है किससे बनती हैं? Tags: Aiims delhi, Delhi Fire, Delhi newsFIRST PUBLISHED : September 26, 2024, 13:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed