DU से ग्रेजुएट मिली स्कॉलरशिपअब दुनिया के टॉप 10 यूनिवर्सिटी से करेंगी पढ़ाई

Success Story: अगर कुछ करने की दृढ़ इच्छा हो, तो सफल होने से कई नहीं रोक सकता है. ऐसी ही कहानी साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली एक लड़की की है, जिन्होंने सबसे कठिन स्कॉलरशिप को हासिल करके दुनिया के टॉप 10 यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया है.

DU से ग्रेजुएट मिली स्कॉलरशिपअब दुनिया के टॉप 10 यूनिवर्सिटी से करेंगी पढ़ाई
Success Story: कहते हैं न कि अगर कुछ करने की ललक हो, तो उसे पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसे ही कहानी लखनऊ की रहने वाली एक लड़की की है, जिनकी ख्वाहिशें हमेशा बुलंदियों को छूने की रही है. वह इसे सच करते हुए आगे बढ़ती गई हैं. अब वह दुनिया के टॉप 10 में शामिल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने जा रही हैं. उन्हें इसके लिए यूसीएल इंडिया एक्सीलेंस स्कॉलरशिप भी मिली है, जो भारत में केवल 33 लोगों को मिलता है. हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम ज्योत्सना यादव (Jyotsna Yadav) है. ज्योत्सना बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थी. वह वर्ष 2021 में सीबीएसई बोर्ड कक्षा 12वीं की परीक्षा में लखनऊ टॉपर रही हैं. उन्हें कक्षा 12वीं में 99.4 प्रतिशत अंक मिले हैं. कक्षा 12वीं के बाद वह दिल्ली आ गईं और वह दिल्ली विश्वविद्यालय के फेमस कॉलेज मिरांडा हाउस से भूगोल में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की हैं. ज्योत्सना को अपने मास्टर डिग्री के लिए दुनिया के प्रतिष्ठित संस्थानों में शुमार लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) से प्रवेश पत्र प्राप्त हुआ है. लेकिन उन्होंने यूसीएल में ‘रिमोट सेंसिंग और एनवायरनमेंटल मैपिंग’ में मास्टर करने का निर्णय लिया है. यूपी पुलिस में पिता करते हैं नौकरी साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली ज्योत्सना (Jyotsna Yadav) के पिता बालकृष्ण यादव यूपी पुलिस (UP Police) में सब इंस्पेक्टर हैं. वहीं उनकी मां किरण यादव गृहिणी हैं. ज्योत्सना को मिलने वाली यूसीएल इंडिया एक्सीलेंस स्कॉलरशिप उनकी क्षमताओं और समर्पण को दर्शाती है. यह स्कॉलरशिप देशभर के कुछ ही चुनिंदा लोगों को मिलता है. इससे न केवल उनकी पढ़ाई में वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें अपने रिसर्च कार्य में भी मदद करेगी. परिवार में है खुशी का माहौल ज्योत्सना ने बताया, “यह मेरे लिए एक सपने का सच होने जैसा है. मेरा हमेशा से जियोग्राफी के प्रति लगाव रहा है और अब मुझे इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का सुनहरा मौका मिल रहा है.” उनकी माता-पिता ने उनकी सफलता पर गर्व जताया है और कहा है कि ज्योत्सना की मेहनत ने उन्हें इस उपलब्धि तक पहुंचाया है. वे हमेशा उसकी पढ़ाई में सहयोग करते रहे हैं. ज्योत्सना का लक्ष्य है कि वह अपने रिसर्च के माध्यम से पर्यावरण संबंधी मुद्दों को समझने और उनका समाधान निकालने में योगदान दे सके. Tags: Cbse board, Delhi University, Success StoryFIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 12:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed