इस सब्जी की खेती कर मालामाल बना किसान सिर्फ 60 दिनों हो रही ढाई लाख की कमाई

 किसान प्रदीप कुमार ने बताया कि ज्यादातर वह धान, गेंहू आदि की खेती करते थे, लेकिन उसमें उन्हें कोई फायदा नजर नहीं आ रहा था. फिर उन्होंने सब्जियों की खेती शुरू की. जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ.

इस सब्जी की खेती कर मालामाल बना किसान सिर्फ 60 दिनों हो रही ढाई लाख की कमाई
संजय यादव/बाराबंकी : आज के समय में खेती किसानी में किसान नगदी फसल उगाकर घर बैठे लाखों रुपए कमा सकते हैं. देखा जाए तो आजकल पढ़े-लिखे लोग भी खेती की तरफ अग्रसर हो रहे हैं और लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं. खेती के लिए नगदी फसल कुछ ऐसी हैं, जिन्हें बेहतर तरीके से करने पर लाखों रुपए की कमाई आसानी से की जा सकती है. ऐसी ही भिंडी की खेती है, जिससे किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. सब्जियों की यह खेती आर्थिक रूप से काफी फायदेमंद साबित होती है. दरअसल हमारे यहां भिंडी की कई किस्में हैं, जिनकी खेती साल में कई बार की जा सकती है, जो कि  जलवायु के अनुसार अलग-अलग स्थान पर उगाई जाती है. वहीं बाराबंकी जिले के सहेलियां गांव के रहने वाले किसान प्रदीप कुमार  भिंडी की खेती में कम लागत लगाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. वह कई सालों से भिंडी की खेती कर रहे हैं. आज इनकी खेती देख गांव के कई किसान इन्हीं की तरह खेती करने लगे हैं. किसान प्रदीप कुमार ने बताया कि ज्यादातर वह धान, गेंहू आदि की खेती करते थे, लेकिन उसमें उन्हें कोई फायदा नजर नहीं आ रहा था. फिर उन्होंने सब्जियों की खेती शुरू की. जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ. इस समय हमारे पास करीब डेढ़ से दो बीघे में भिंडी लगी हुई है, जिसमें लागत करीब एक बीघे में 5 से 6 हजार रुपये आती है और मुनाफा करीब दो से ढाई लाख रुपए एक फसल पर हो जाता है. क्योंकि इस समय हमारी जो भिंडी है करीब 200 रुपये पसेरी में जा रही है, तो देखा जाए इस खेती में लागत ना के बराबर है और मुनाफा कई गुना ज्यादा है. भिंडी की खेती वैसे तो साल में कभी भी की जा सकती है. इसकी खेती करना बहुत ही आसान है. पहले हम खेत की दो बार गहरी जुताई करते हैं. उसके बाद खेत को समतल करके भिंडी की बुवाई खुरपियों के द्वारा लाइन से की जाती है. जिससे फसल में खरपतवार कम होता है और सब्जियों का उत्पादन भी कही अधिक होता है. इस विधि से खेती करने से एक तो खाद व कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करने में आसानी होती है और फसल को तोड़ने में भी समय की बचत होती है. वहीं इसकी बुवाई करने के बाद डेढ़ से 2 महीने में फसल निकलनी शुरू हो जाती है. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 8, 2024, 09:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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