क्या मेंटल हेल्थ डिसेबिलिटी से जूझ रहे स्टूडेंट्स MBBS कर सकते हैं
क्या मेंटल हेल्थ डिसेबिलिटी से जूझ रहे स्टूडेंट्स MBBS कर सकते हैं
MBBS Admission Guidelines: नेशनल मेडिकल कमीशन ने एमबीबीएस में एडमिशन के लिए कई तरह की गाइडलाइंस तैयार की हैं. इनमें मेंटल हेल्थ से जूझ रहे स्टूडेंट्स के लिए भी खास दिशा-निर्देश शामिल हैं. कई बार स्टूडेंट्स गलत रिपोर्ट लगाकर एमबीबीएस में एडमिशन के लिए छूट का फायदा उठा लेते हैं. इसलिए अब इन गाइडलाइंस को रिव्यू किया जाएगा.
नई दिल्ली (MBBS Admission Guidelines). भारत में एमबीबीएस की पढ़ाई सबसे कठिन कोर्सेस की लिस्ट में शामिल है. देश के किसी भी निजी व सरकारी मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन हासिल करने के लिए नीट यूजी परीक्षा पास करना जरूरी है. एमबीबीएस में एडमिशन के लिए एनएमसी यानी नेशनल मेडिकल कमीशन ने कई गाइडलाइंस तैयार की हैं. इन दिशा-निर्देशों में उन स्टूडेंट्स को कुछ छूट दी गई है, जो किसी मेंटल हेल्थ डिसेबिलिटी से जूझ रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एनएमसी की एक्सपर्ट कमिटी को डिसेबिलिटी गाइडलाइंस को रिव्यू करने का आदेश दिया है. दरअसल, मेंटल हेल्थ कंडिशन से जूझ रहे एक मेडिकल एस्पिरेंट को पीडब्ल्यूडी कोटा के जरिए एडमिशन देने से इंकार कर दिया गया था (MBBS Quota). उसकी याचिका पर ही सुप्रीम कोर्ट ने एनएमसी को अपनी गाइडलाइंस रिव्यू करने के लिए कहा है, जिससे सभी कैंडिडेट्स छूट का बराबर फायदा उठा सकें.
मेंटल हेल्थ से जूझ रहे MBBS एस्पिरेंट्स के लिए गाइडलाइंस
मानसिक रूप से विकलांग स्टूडेंट्स को मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन मिल सकता है. इसके लिए कुछ शर्तें और दिशा-निर्देश हैं, जिनका पालन करना जरूरी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने एमबीबीएस व अन्य मेडिकल कोर्स में विकलांग कैंडिडेट्स के एडमिशन के लिए कुछ गाइडलाइंस बनाई हैं-
1- मानसिक रूप से विकलांग स्टूडेंट्स एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन के लिए पात्र हैं, लेकिन पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने की उनकी क्षमता का आकलन करने के लिए उन्हें एक मेडिकल टेस्ट पास करना होगा.
2- किसी भी मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन के लिए पात्र होने की विकलांगता 40% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
3- मेडिकल स्टूडेंट को डॉक्टर के कर्तव्यों का पालन करने में सक्षम होना चाहिए.
4- मेडिकल कॉलेज को विकलांग स्टूडेंट को उचित आवास प्रदान करना चाहिए.
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एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन के लिए किस बीमारी में छूट मिलेगी?
एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ सामान्य विकलांगताओं को कंसिडर किया जा सकता है. हालांकि, आखिरी फैसला एनएमसी और मेडिकल कॉलेज का ही होता है-
1- डिस्लेक्सिया (Dyslexia)
2- डिसग्राफिया (Dysgraphia)
3- डिसकैलकुलिया (Dyscalculia)
4- एडीएचडी (ADHD)
5- ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD)
6- हल्की बौद्धिक विकलांगता (Mild Intellectual Disability)
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Tags: MBBS student, Medical Education, State Medical CollegeFIRST PUBLISHED : August 30, 2024, 08:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed