क्या NEET में पहले भी स्कैम हुआ है पेपर लीक की जांच के बीच खुला पुराना राज

NEET UG Paper Leak Controversy: नीट यूजी पेपर लीक की जांच ने पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का पेपर लीक होना कोई सामान्य बात नहीं थी. इस मामले ने हर किसी को हैरान कर दिया है. नीट यूजी स्कैम में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. जांच एजेंसी पता लगा रही हैं कि क्या नीट में पहले भी कोई स्कैम हुआ है.

क्या NEET में पहले भी स्कैम हुआ है पेपर लीक की जांच के बीच खुला पुराना राज
नई दिल्ली (NEET UG Paper Leak Controversy). मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए एनटीए की नीट यूजी परीक्षा पास करना जरूरी है. इसे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में रखा गया है. नीट यूजी परीक्षा के जरिए लाखों की भीड़ में से टॉप कैंडिडेट्स को चुना जाता है. लेकिन अब यह परीक्षा और इसे आयोजित करवाने वाली एजेंसी यानी एनटीए जांच के घेरे में है. बता दें कि नीट यूजी परीक्षा 05 मई को हुई थी. नीट यूजी पेपर लीक हो जाने की वजह से यह अब तक चर्चा में है. नीट यूजी पेपर लीक स्कैम की जांच कई राज्यों में चल रही है. लोगों के मन में कई सवाल हैं, जैसे पेपर लीक कहां से हुआ, कैसे हुआ, इसमें कौन-कौन शामिल है आदि. नीट स्कैम की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है (NEET Scam). नीट यूजी पेपर लीक मामले में हर दिन नई परतें खुल रही हैं. ऐसे में अब एक सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या पहले भी मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम या मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के दौरान कोई धांधली हुई है? नीट के दूसरे अटेंप्ट में हुआ चमत्कार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कुछ स्टूडेंट्स को नीट यूजी के दूसरे अटेंप्ट में शानदार रैंक मिली थी. एक कैंडिडेट ने साल 2022 में हुई नीट यूजी परीक्षा में 6 डिजिट में रैंक हासिल की थी (2 लाख प्लस). 2023 में जब उसी कैंडिडेट ने दूसरा अटेंप्ट दिया तो उसकी रैंक 8000 थी और उसे मुंबई के सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल गया. अन्य कैंडिडेट की 2022 में 10 लाख से ज्यादा रैंक थी और 2023 में 13000. यह भी पढ़ें- नीट री टेस्ट नहीं दिया? अब रिजल्ट कैसे बनेगा? 750 स्टूडेंट्स ने छोड़ा Exam क्या सच में सेकंड टाइम लक काम करता है? ऐसे कई मामले हैं, जिनमें पहले और दूसरे अटेंप्ट की रैंक में काफी अंतर है. कुछ लोग कह सकते हैं कि यह कैंडिडेट की मेहनत और भाग्य का फल है. लेकिन इन मामलों में कुछ कॉमन है- इन सभी के परीक्षा केंद्र. दरअसल, इन स्टूडेंट्स ने नीट यूजी एग्जाम का सेकंड अटेंप्ट दूर-दराज स्थित परीक्षा केंद्र में दिया था. कोई नीट परीक्षा देने के लिए महाराष्ट्र से बेलगावी तक गया, किसी ने बिहार का छोटा सा जिला चुना तो किसी ने उन इलाकों से एग्जाम दिया, जहां कोचिंग सेंटर्स नहीं थे. यह भी पढे़ं- 24 की उम्र में बनेंगी IAS, यूनिवर्सिटी में थीं टॉपर, पिता भी हैं सिविल सर्वेंट इस साल क्या है मामला? साल 2024 में हुई नीट यूजी परीक्षा में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला है. अलग-अलग राज्यों के स्टूडेंट्स ने गुजरात के गोधरा में स्थित एक स्कूल से परीक्षा दी थी. जांच में सामने आया कि इस परीक्षा केंद्र पर स्टूडेंट्स से कहा गया था कि उन्हें जिस सवाल के जवाब आते हैं, उसे अटेंप्ट कर लें, बाकी को खाली छोड़ दें. बाद में परीक्षा केंद्र पर मौजूद डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने उन आंसर शीट्स को भरकर जमा कर दिया था. ऐसे में अब जांच का विषय यह है कि इन स्टूडेंट्स को वही परीक्षा केंद्र अलॉट किसने किया. Tags: Exam Scam, NEET, Neet exam, Paper LeakFIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 12:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed