NEET UG एग्जाम अगले साल किस मोड में होगा आयोजन सरकार का क्या है इस पर राय

NEET UG Exam: नीट यूजी की परीक्षा आयोजित कराने के पैटर्न में बदलाव हो सकता है. इसको लेकर सरकार इस पर विचार कर रही है. अगर परीक्षा आयोजित कराने के पैटर्न में बदलाव होता है, तो वह अगले साल से लागू होगा.

NEET UG एग्जाम अगले साल किस मोड में होगा आयोजन सरकार का क्या है इस पर राय
NEET UG Exam: नीट यूजी परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद इसकी सत्यनिष्ठा पर सवाल खड़े हो गए हैं. पेपर लीक का यह मामला सड़कों से होकर संसद भवन के गलियारों तक पहुंच गया है. नीट यूजी पेपर लीक को लेकर उठे विवाद के मद्देनजर सरकार अगले साल से ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने पर विचार कर रही है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार यह तब हो रहा है जब परीक्षा के बारे में संदिग्ध लीक की खबरें आ रही हैं, जिसके कारण देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. एक दर्जन से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और सीबीआई इसकी जांच कर रहे हैं. कई अदालतों में इस पर सुनवाई चल रही है. वर्तमान में नीट की परीक्षा पेन-एंड-पेपर मोड में आयोजित की जा रही है. इसमें MCQ टाइप के प्रश्न पूछे जाते हैं. लेकिन नीट यूजी के लिए अब IIT और इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) मेन या JEE एडवांस्ड जैसी कंप्यूटर आधारित परीक्षा को एक व्यवहार्य विकल्प के रूप में देखा जा रहा है. पिछले एक सप्ताह में बुलाई गई कम से कम तीन उच्च-स्तरीय बैठकों में इस पर चर्चा की गई. 22 जून को, केंद्र ने टेस्ट प्रक्रियाओं और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधारों की सिफारिश करने और NTA की संरचना और कार्यप्रणाली की समीक्षा करने के लिए पूर्व ISRO अध्यक्ष के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय पैनल का गठन किया था. इससे पहले वर्ष 2018 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने घोषणा की थी कि वर्ष 2019 से NEET ऑनलाइन और साल में दो बार आयोजित किया जाएगा. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा “औपचारिक परामर्श के बिना” इसकी घोषणा पर आपत्ति जताए जाने के बाद शिक्षा मंत्रालय को यह निर्णय वापस लेना पड़ा था. कंप्यूटर आधारित परीक्षा से संबंधित स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता यह थी कि इससे गरीब और ग्रामीण छात्रों को नुकसान होगा. सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि ऑनलाइन मोड पर स्विच करने का अंतिम निर्णय नेशनल मेडिकल कमीशन पर निर्भर करता है. एनएमसी के सूत्रों ने भी माना कि ऑनलाइन परीक्षा एक “सीरियस ऑप्शन” है. सूत्रों ने कहा कि इस बदलाव में अपनी चुनौतियां हैं क्योंकि कंप्यूटर आधारित परीक्षा में “सामान्यीकरण” शामिल है, क्योंकि पेपर के कई संस्करण होंगे. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “इस साल, 24 लाख उम्मीदवार NEET-UG के लिए उपस्थित हुए… अगर हम ऑनलाइन परीक्षा देते हैं, तो परीक्षा कई शिफ्टों और दिनों में आयोजित करनी होगी. ऑनलाइन परीक्षा में लगभग 1.5 लाख से 2 लाख उम्मीदवार एक शिफ्ट में उपस्थित हो सकते हैं…” इसलिए, NEET की संख्या को समायोजित करने के लिए हमें अलग-अलग दिनों में कई शिफ्टों की आवश्यकता होगी, जैसा कि हम JEE मेन के दो चक्रों के साथ करते हैं और इसका मतलब है कि अलग-अलग प्रश्न पत्र होंगे. रिजल्ट तैयारी करने के लिए हमें प्रश्न पत्रों के कठिनाई लेवल में किसी भी अंतर का ध्यान रखने के लिए अंकों को सामान्य करना होगा. वर्तमान में जेईई दो चरणों एनटीए द्वारा JEE मेन और IIT द्वारा JEE एडवांस्ड परीक्षा आयोजित की जाती है. इस वर्ष जेईई मेन के दोनों सत्रों में कुल 8.22 लाख उम्मीदवार शामिल हुए, जबकि 1.8 लाख ने एडवांस्ड में भाग लिया था. ये भी पढ़ें… ITBP में नौकरी पाने का बेहतरीन अवसर, ग्रेजुएट करें आवेदन, 81000 मिलेगी सैलरी NEET UG रीटेस्ट का रिजल्ट आज हो सकता है जारी, इस Direct Link से कर पाएंगे चेक FIRST PUBLISHED : June 30, 2024, 10:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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