MBBS के बाद क्या करें इन कोर्स में लें एडमिशन बनेंगे टॉप लेवल के डॉक्टर
MBBS के बाद क्या करें इन कोर्स में लें एडमिशन बनेंगे टॉप लेवल के डॉक्टर
MBBS PG Courses: भारत में एक डॉक्टर की मंजिल सिर्फ एमबीबीएस करने भर से पूरी नहीं होती है. 5 साल से ज्यादा का एमबीबीएस कोर्स करने के बाद मेडिकल स्टूडेंट्स किसी खास स्ट्रीम में स्पेशलाइजेशन कोर्स करने पर भी फोकस रखते हैं. जानिए एमबीबीएस के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए किस कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं.
नई दिल्ली (MBBS PG Courses). भारत में एमबीबीएस की पढ़ाई करना काफी मुश्किल है. मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए नीट यूजी परीक्षा पास करना जरूरी है. इसके बाद करीब 5.5 सालों के एमबीबीएस कोर्स की पढ़ाई करनी होती है. कई स्टूडेंट्स का MBBS 6 या 7 सालों में पूरा हो पाता है. डॉक्टर की डिग्री हासिल करने के बाद ज्यादातर स्टूडेंट्स मेडिकल में पोस्टग्रेजुएशन यानी स्पेशलाइजेशन कोर्स की पढ़ाई करते हैं (Medical Specialization Courses).
एमबीबीएस को डॉक्टरी का ग्रेजुएशन लेवल कोर्स माना जाता है. जिस तरह से स्टूडेंट्स अपनी स्किल्स बढ़ाने के लिए बीबीए, बीटेक, बीकॉम, बीए, बीसीए आदि कोर्स के बाद पोस्टग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन लेते हैं, उसी तरह से एमबीबीएस के बाद भी किसी स्ट्रीम में स्पेशलाइजेशन करके नौकरी के बेहतर अवसर हासिल किए जा सकते हैं (MBBS Specialization Courses). जानिए एमबीबीएस के बाद किस तरह के कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं.
एमबीबीएस स्पेशलाइजेशन कोर्स
एमबीबीएस की इंटर्नशिप पूरी करने के बाद डॉक्टर की डिग्री अवॉर्ड की जाती है. इसके बाद मेडिकल स्ट्रीम में स्पेशलाइजेशन करने के लिए नीट पीजी परीक्षा पास करना जरूरी है. जानिए एमबीबीएस के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के लिए किस तरह के कोर्स किए जा सकते हैं-
1- एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन): यह एक स्पेशलाइज्ड कोर्स है, जिसमें खास स्ट्रीम में एक्सपर्टीज के लिए डिग्री दी जाती है.
2- एमएस (मास्टर ऑफ सर्जरी): यह एमबीबीएस का एक स्पेशलाइज्ड कोर्स है. इसमें सर्जरी के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान की जाती है.
3- एमबीए (मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन): इस कोर्स के जरिए हेल्थ सर्विस सेक्टर में बिजनेस मैनेजमेंट की विशेषज्ञता प्रदान की जाती है.
4- एमटेक (मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी): यह कोर्स स्वास्थ्य सेवाओं में टेक्निकल विशेषज्ञता के लिए पूरा किया जाता है.
यह भी पढ़ें- दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप 20 कॉलेज, यहां से कर ली पढ़ाई तो संवर जाएगी जिंदगी
5- डीएफआरएम (डिप्लोमा इन फार्मास्यूटिकल रिसर्च मेथड्स): इस मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेकर फार्मास्यूटिकल रिसर्च में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं.
6- डीपीएफ (डिप्लोमा इन फार्मास्यूटिकल फिलॉसफी): यह डिप्लोमा कोर्स फार्मास्यूटिकल साइंस में विशेषज्ञता प्रदान करता है.
7- एमफार्मा (मास्टर ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस): अगर आप फार्मास्यूटिकल साइंस में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं तो इसी में मास्टर्स की डिग्री ले सकते हैं.
8- एमबीएफएम (मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट): यह कोर्स फार्मास्यूटिकल बिजनेस मैनेजमेंट में विशेषज्ञता प्रदान करता है.
9- एमएफआरएम (मास्टर ऑफ फार्मास्यूटिकल रिसर्च मेथड्स): इस कोर्स में एडमिशन लेकर फार्मास्यूटिकल रिसर्च में एक्सपर्टीज हासिल कर सकते हैं.
10- पीएचडी (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी): मेडिकल में पीएचडी एक उच्चतम स्तर की शैक्षिक डिग्री है, जो मेडिकल विज्ञान में विशेषज्ञता और अनुसंधान में उत्कृष्टता को मान्यता देती है.
यह भी पढ़ें- विदेशी भी दे सकते हैं यह परीक्षा, पास करने पर मिलती है सरकारी नौकरी
Tags: Government Medical College, MBBS student, Medical Education, NEETFIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 10:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed