कोटा फैक्ट्री से देखा IIT का सपना JEE परीक्षा पास कर पहुंच गई गुवाहाटी

JEE Success Story: पंजाब के एक छोटे से गांव की बेटी ने सरकारी स्कूल से पढ़ाई करते समय आईआईटी का नाम तक नहीं सुना था. जिस परिवार की बेटियां, बहुएं घरों में रहती हैं, वहीं की एक बेटी ने अपने सपनों का रास्ता खुद चुना है. अब वह अपने खानदान की पहली इंजीनियर बनेगी. पढ़िए खुशी की सक्सेस स्टोरी.

कोटा फैक्ट्री से देखा IIT का सपना JEE परीक्षा पास कर पहुंच गई गुवाहाटी
नई दिल्ली (JEE Success Story). पंजाब के बठिंडा में भूचो कलां नाम का एक छोटा सा गांव है. वहां एक शख्स अपनी छोटी सी दुकान में गांवभर के लोगों के मोबाइल फोन ठीक करता है. उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन उसकी बेटी खुशी आईआईटी में एडमिशन लेकर इंजीनियर बनेगी. कमाल की बात है कि खुशी ने खुद भी ऐसा कोई सपना नहीं देखा था. मूलभूत सुविधाएं भी ठीक से नहीं मिल पाने के बावजूद खुशी ने जेईई परीक्षा में पास होकर आईआईटी गुवाहाटी में एडमिशन हासिल किया है. खुशी ने पंजाब के बठिंडा में स्थित भूचो कलां गांव के एक सरकारी स्कूल से 12वीं बोर्ड परीक्षा पास की थी. 12वीं मेरिट लिस्ट में शामिल होने पर खुशी को एक स्थानीय कॉलेज में एडमिशन मिल गया था. खुशी ने चर्चित वेब सीरीज कोटा फैक्ट्री देखने के बाद टॉप कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का सपना बुन लिया था. उसके पहले तक वह आईआईटी की दुनिया के बारे में कुछ नहीं जानती थी. पढ़ाई में होशियार होने के बावजूद रिसोर्सेस की कमी की वजह से खुशी ने सपने को सपना ही रहने दिया था. गरीब बच्चों को कोचिंग का ऑफर एक दिन कॉलेज जाते समय खुशी को पता चला कि उसने बठिंडा में गुरु गोबिंद सिंह रिफाइनरी का सुपर 100 प्रोग्राम पास कर लिया है. इस कार्यक्रम के जरिए गरीब परिवारों के 100 स्टूडेंट्स को टॉप इंजानियरिंग कॉलेज के लिए होने वाले एंट्रेंस एग्जाम की कोचिंग दी जाती है. सुपर 100 प्रोग्राम में पास होकर खुशी ने कोचिंग में जेईई परीक्षा की तैयारी शुरी कर दी. अपनी मेहनत के दम पर उसने जेईई मेंस परीक्षा पास की और अब आईआईटी गुवाहाटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक कर रही है. घर की पहली इंजीनियर होने का गर्व खुशी कहती हैं कि सरकारी स्कूल में पढ़ते समय उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें आईआईटी जैसे संस्थान में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा. सुपर 100 कार्यक्रम में सेलेक्शन होने के बाद उन्होंने 1 साल का गैप लिया था. फिर 11 महीने की रेजिडेंशियल कोचिंग के लिए दिल्ली गईं और परीक्षा पास कर ली. रहने, खाने और ट्यूशन फीस का खर्च, सब फ्री था. खुशी आईआईटी गुवाहाटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ाई करने वाली अपने घर की पहली इंजीनियर होंगी. Tags: JEE Exam, Motivational Story, Success StoryFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 10:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed