दुनिया में फेमस है UP का गोरा कब्रिस्तान महाकुंभ में दिखता विदेशियों का हुजूम

Gora kabristan in Prayagraj: प्रयागराज के गोरा कब्रिस्तान में 1857 की क्रांति और प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए अंग्रेजों की कब्रें मौजूद हैं. यहां की कब्रों पर बने स्मारक छोटे लेकिन उत्कृष्ट डिजाइन के साथ निर्मित हैं, जो उस समय की वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण दर्शाते हैं.

दुनिया में फेमस है UP का गोरा कब्रिस्तान महाकुंभ में दिखता विदेशियों का हुजूम
प्रयागराज /रजनीश कुमार यादव: प्रयागराज के कीडगंज में स्थित 170 वर्ष पुराना कब्रिस्तान आज भी ऐतिहासिक धरोहर के रूप में देखा जाता है. इस कब्रिस्तान में 1857 की क्रांति और प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए अंग्रेजों की कब्रें मौजूद हैं. यहां की कब्रों पर बने स्मारक छोटे लेकिन उत्कृष्ट डिजाइन के साथ निर्मित हैं, जो उस समय की वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण दर्शाते हैं. इसे गोरा कब्रिस्तान भी कहा जाता है. कीडगंज स्थित इस गोरा कब्रिस्तान में 1857 की क्रांति के दौरान मारे गए सैकड़ों अंग्रेजों की कब्र हैं. मेरठ से शुरू हुई 1857 की क्रांति जब प्रयागराज पहुंची, तो जून महीने में क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों पर हमला कर कई को मौत के घाट उतार दिया. इन अंग्रेजों की कब्र आज भी इस कब्रिस्तान में हैं. इसके अलावा 1914 में जब प्रथम विश्व युद्ध शुरू हुआ, तो इस युद्ध में मारे गए अंग्रेजी सैनिकों को भी यहां दफनाया गया. इस कब्रिस्तान में कुल 600 कब्र मौजूद हैं. शानदार स्मारक और वास्तुकला गोरा कब्रिस्तान में बनी कब्र के ऊपर छोटे और मध्यम आकार के स्मारक उस समय की वास्तुकला का सुंदर उदाहरण हैं. प्रत्येक कब्र पर दफन हुए व्यक्ति का नाम, उसकी उम्र और पद लिखा है, जो उनकी प्रयागराज में उपस्थिति को दर्शाता है. यहां आपको युगल समाधानों के भी साक्ष्य मिलेंगे, जहां पति-पत्नी की कब्र एक ही आकार और आर्किटेक्चर में बनी हुई हैं. देखने के लिए नहीं लगता कोई टिकट भारतीय पुरातत्व विभाग इस कब्रिस्तान की देखभाल कर रहा है. जहां पहले यह कब्रिस्तान उपेक्षित था, वहीं अब इसे पर्यटकों के लिए आकर्षक स्थल के रूप में विकसित किया गया है. पर्यवेक्षक प्रवीण तिवारी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान यहां भारी संख्या में विदेशी पर्यटक, विशेषकर यूरोपीय महाद्वीप से आते हैं. इस कब्रिस्तान में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. पर्यटकों के लिए साफ-सफाई और शौचालय जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं. Tags: Local18, Prayagraj News, UP newsFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 10:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed