चित्रकूट में यमुना के तेज बहाव को पार कर स्कूल जाने को मजबूर हैं बच्चे

Chitrakoot News: यमुना नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से मवई कला सिघनिया पुलिया के ऊपर से पानी बहने लगा है. वहीं पानी के इस बहाव में स्कूली बच्चे और आने जाने वाले राहगीर उस बहते पानी में रोड को पार करते हुए नजर आ रहे हैं.

चित्रकूट में यमुना के तेज बहाव को पार कर स्कूल जाने को मजबूर हैं बच्चे
रिपोर्ट- विकाश कुमार चित्रकूट: बरसात का मौसम चल रहा है और पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है. इससे गंगा और यमुना सहित कई नदियों का जलस्तर काफी समय से बढ़ा हुआ है. इन नदियों के तेज बहाव से लोगों के घर गिर गए हैं. यहां तक कि कई जगह सड़कें बह गई और बड़े-बड़े पेड़ गिर गए. इसी तरह बुंदेलखंड के चित्रकूट जिले से बहने वाली यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है. इसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाने से सड़कों पर पानी भर गया है जिससे लोगों को आवागमन में काफी समस्या हो रही है. अपनी जान जोखिम में डालकर लोग पानी से लबालब भरे रोड को पार कर अपने घर और बाजार आते-जाते हैं. हम बात कर रहे हैं चित्रकूट के मऊ तहसील की जहां यमुना नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से मवई कला सिघनिया पुलिया के ऊपर से पानी बहने लगा है. पानी के इस बहाव में स्कूली बच्चों के साथ-साथ आने जाने वाले राहगीर भी उस बहते पानी में रोड को पार करते हुए नजर आ रहे हैं. वहां मौजूद किसी ने बहते पानी में लोगों के आने जाने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में शेयर कर दिया. अब यह वीडियो जिले में खूब वायरल हो रहा है. कई वर्षों से पुल बनवाने की चल रही है मांग स्थानीय लोगों ने ऑफ कैमरे में बताया कि हम लोगों के द्वारा कई बार पुल बनवाने की मांग की गई लेकिन आज तक हमारे गांव में इस पुल का निर्माण नहीं कराया गया. लोगों का कहना है कि उन्हें हर बरसात में इस जोखिम भरी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है. कभी-कभी तो पानी इतना उफान में आ जाता है कि माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए भी रोड नहीं पार करा पाते हैं और लोग अपने घरों तक भी नहीं पहुंच पाते हैं. 87.74 मीटर पहुंचा यमुना का जलस्तर तहसील प्रशासन का कहना है कि फिलहाल गांवों को कोई सीधा खतरा नहीं है लेकिन, यमुना के जलस्तर पर हमारे द्वारा नजर रखी जा रही है. वहीं केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, यमुना का जलस्तर 87.74 मीटर तक पहुंच चुका है और यह 92 मीटर को पार करने पर खतरे का निशान माना जाएगा. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वे किसी भी स्थिति में प्रशासन का सहयोग करें और पानी का बहाव तेज होने पर पुलिया या नदी को पार न करें. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 15, 2024, 13:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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