नीट पेपर लीक कैसे हुआ कौन है जिम्मेदार जानिए स्कैम से जुड़ी हर डिटेल

NEET Paper Leak Scam: देशभर में नीट यूजी पेपर लीक स्कैम की चर्चा हो रही है. इस मामले ने स्टूडेंट्स के साथ ही अभिभावकों, शिक्षकों, कोचिंग संचालकों, प्रशासन और नेताओं तक की नींद उड़ा दी है. नीट पेपर लीक स्कैम ने कई बड़ी बातें उजागर कर दी हैं. जानिए कोई भी पेपर लीक कैसे होता है और इसमें कौन शामिल होता है.

नीट पेपर लीक कैसे हुआ कौन है जिम्मेदार जानिए स्कैम से जुड़ी हर डिटेल
नई दिल्ली (NEET Paper Leak Scam). 05 मई को नीट यूजी पेपर लीक हो गया था. उस पर चल रहा विवाद अभी तक थमा नहीं है. एंट्रेंस एग्जाम से लेकर सरकारी नौकरी तक के लिए होने वाली परीक्षाओं के पेपर लीक होना आम बात है. उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत विभिन्न राज्यों से पेपर लीक की खबरें आती रहती हैं. पेपर लीक हमेशा किसी बड़े स्कैम की तरफ पॉइंट आउट करते हैं. पेपर लीक होने से कई स्टूडेंट्स को काफी परेशानी उठानी पड़ती है. उनकी साल-दो साल की मेहनत पर पानी फिर जाता है. नीट पेपर लीक स्कैम में भी यही हुआ (NEET Paper Leak Controversy). जिन बच्चों ने 12वीं के साथ मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी की या जिन्होंने एक, दो साल का ड्रॉप लेकर यह परीक्षा दी, उनके लिए यह किसी क्राइम से कम नहीं है. नीट यूजी पेपर लीक स्कैम ने पूरे सिस्टम को हिलाकर रख दिया है. जानिए इतनी सुरक्षा के बावजूद कोई पेपर लीक कैसे हो जाता है. What is Paper Leak Scam: पेपर लीक का मतलब क्या होता है? किसी परीक्षा से ऐन पहले उसका पेपर आउट हो जाना पेपर लीक कहलाता है. 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा से लेकर सीयूईटी, नीट, जेईई जैसे एंट्रेंस एग्जाम और यूजीसी, यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा आदि सरकारी नौकरियों के पेपर तक लीक हो जाते हैं. साल 2024 में लगभग हर महीने पेपर लीक होने की खबरें आईं. इनमें से कुछ परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया, कुछ पोस्टपोन हो गईं, कुछ की जांच चल रही है. करोड़ों युवाओं ने ये परीक्षाएं दी थीं. पेपर लीक होने से सभी का भविष्य संकट में है. यह भी पढे़ं- सामने आया NTA का फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट, 7 लाख लोगों को दी सलाह NEET Paper Leak News: पेपर लीक कहां से होते हैं? अब बड़ा सवाल यह है कि कोई भी पेपर आखिर लीक कैसे हो जाता है. आपने अक्सर सुना होगा कि परीक्षा से पहले पेपर को काफी कड़ी सिक्योरिटी में रखा जाता है. बोर्ड परीक्षा तक के पेपर सीसीटीवी और ताले वाले कमरे में स्टोर किए जाते हैं. परीक्षा केंद्र के आस-पास की प्रिंटिंग प्रेस को बंद कर दिया जाता है. लेकिन फिर भी पेपर लीक हो जाते हैं. जानिए पेपर लीक कैसे होता है- 1- ज्यादातर पेपर प्रिंटिंग प्रेस से लीक होते हैं. दरअसल, यहीं पर सबसे ज्यादा लोग पेपर के संपर्क में आते हैं. शक की सुई सबसे पहले यहां काम करने वाले लोगों पर ही घूमती है. 2- बैंक लॉकर (या जहां भी पेपर रखे जाते हैं) क्योंकि यहां भी थर्ड पार्टी इन्वॉल्वमेंट होता है. 3- परीक्षा करवाने वाले कमीशन के स्ट्रॉन्ग रूम. 4- परीक्षा केंद्र. 5- परीक्षा कंट्रोलर. यह भी पढ़ें- महीनों की तैयारी, पल भर में टूटा सपना, नीट पीजी रद्द होने से परेशान हैं सभी NEET 2024: पेपर लीक कौन करवा सकता है? पेपर लीक मामलों में कई लोगों की भूमिकाएं शक के दायरे में होती है. इन्हें संदिग्ध कहा जाता है. जांच शुरू होने पर सबसे पहले इन्हीं से सवाल-जवाब किए जाते हैं. कई राज्यों में पेपर लीक केस की जांच के दौरान इन लोगों की भूमिका को संदिग्ध पाया गया है- 1- जहां पेपर छपा (जो लीक हुआ) था, उस प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी, 2- बेहतरीन रिजल्ट दिखाकर बिजनेस को बढ़ाने वाले कोचिंग सेंटर, 3- स्टूडेंट्स के संपर्क में रहने वाले एजुकेशन कंसल्टेंट, 4- एडमिशन एजेंट, 5- पेपर लीक माफिया (ये लोग स्टूडेंट्स से प्रति पेपर लाखों रुपये वसूलते हैं), 6- करोड़ों में काली कमाई का लालच रखने वाले आयोग के कर्मचारी, 7- बिना योग्यता और मेहनत नौकरी या एडमिशन हासिल करने की इच्छा रखने वाले परीक्षार्थी. यह भी पढ़ें- नेट, नीट पीजी के खिलाफ नहीं थी कोई भी शिकायत, फिर क्यों रद्द हुए Exams? Tags: Exam Scam, NEET, Paper LeakFIRST PUBLISHED : June 24, 2024, 10:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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