खुशखबरी! ये मशीन है कमाल अब कम खर्च में किसानों को बनाएगी मालामाल
खुशखबरी! ये मशीन है कमाल अब कम खर्च में किसानों को बनाएगी मालामाल
कृषि वैज्ञानिक गौरव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि गोभी, प्याज, मूली, गेहूं, चना, पालक, भिंडी आदि के बीजों की सीधी बुवाई करने के लिए मल्टी सीडर एक बहुत ही आधुनिक मशीन है. यह मशीन सस्ते दामों पर किसानों को मिल जाती है.
आशीष त्यागी/बागपत: किसानों के लिए कम खर्च में सब्जी की बुवाई करने के लिए मल्टी सीडर वरदान से काम नहीं है. इसके उपयोग से एक ही व्यक्ति दो से तीन बीघा भूमि पर आसानी से सब्जी की बुवाई कर सकता है, जिससे लेबर का खर्च भी नहीं होगा और मल्टी सीडर से बुवाई की गई फसल 100% उपजाऊ होती है. क्योंकि मल्टी सीडर जमीन में सीमित मात्रा तक बीज को छोड़ता है. और इससे बुवाई करने से पौधों के बीच में समानांतर दूरी होती है. इससे किसानों की आय बढ़ती है.
आसानी से होती है बुवाई
कृषि वैज्ञानिक गौरव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि गोभी, प्याज, मूली, गेहूं, चना, पालक, भिंडी आदि के बीजों की सीधी बुवाई करने के लिए मल्टी सीडर एक बहुत ही आधुनिक मशीन है. यह मशीन सस्ते दामों पर किसानों को मिल जाती है. इस मशीन को एक ही व्यक्ति चला सकता है. इसमें सब्जी का बीज डालकर उसे भूमि पर चलाया जाता है, जिससे यह प्रत्येक सब्जी के बीज को बराबर मात्रा में जमीन पर बुवाई करता है. यह जमीन के अंदर सही मात्रा में बीज को पहुंचाने का कार्य करती है. मल्टी सीडर से बुवाई की गई फसल का बीज 100% उगता है. और बराबर मात्रा में हर जगह बीज डाला जाता है. इससे एक व्यक्ति दो से तीन बीघा भूमि पर आसानी से बुवाई कर सकता है, जिससे उसका लेबर का कम खर्च आता है और उत्पादन क्षमता बढ़ती है.
ऐसे कार्य करती है यह मल्टी सीडर
मल्टी सीडर में चार फाली लगी होती है, जिनके ऊपर बीज रखने के लिए बॉक्स होता है. चक्रनुमा लोहे की गोल पहिए इसे चलाने का कार्य करते हैं. इसमें लगभग 6 फीट लंबा लोहे का रोड लगा हुआ होता है, जिससे इसे एक ही व्यक्ति खींचकर आसानी से चला सकता है. इसकी मार्केट में कीमत 13000 रुपये है. इसे पाने के लिए किसान कृषि विज्ञान केंद्र में पहुंचकर खरीद सकते हैं या फिर उद्यान विभाग की तरफ से भी यह किसान तक पहुंचाई जाती है. ऑनलाइन भी इस मशीन को किसानों तक पहुंचाया जा रहा है.
Tags: Baghpat news, Local18FIRST PUBLISHED : May 9, 2024, 15:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed