राष्ट्रध्यक्षों से ऐसे मिलते हैं पुतिन फिर डोभाल से मोहब्बत का क्या है राज
राष्ट्रध्यक्षों से ऐसे मिलते हैं पुतिन फिर डोभाल से मोहब्बत का क्या है राज
NAS Ajit Doval Meeting With President Vladimir Putin: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की राष्ट्रपति पुतिन के साथ वैश्विक कूटनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है. राष्ट्रपतियों तक से ठीक से न मिलने वाले पुतिन आखिर भारत के एनएसए से इतना मोहब्बत क्यों करते हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दुनिया के कुछ चुनिंदा शासकों में से एक हैं जो गिने-चुने लोगों से मिलते हैं. वैश्विक कूटनीति पर करीब से नजर रखने वाले लोग भी इस बात को स्वीकार करते हैं. दुनिया का एक वर्ग उनको तानाशाह की श्रेणी में रखता है तो दूसरे के लिए वह एक महाशक्ति देश के ताकतवर राष्ट्रपति हैं. तानाशाह वाली बात में काफी हद तक सच्चाई भी दिखती है. इसका सबसे बड़ा सबूत है यूक्रेन युद्ध से पहले मास्को दौरे पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से उनकी मुलाकात. मैक्रों कोई छोटे-मोटे मुल्क के राष्ट्रपति नहीं हैं बल्कि वह दुनिया की महाशक्ति फ्रांस के राष्ट्रपति है. फ्रांस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है.
कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में बॉडी लैंगुएज की काफी अहमियत होती है. ऐसे में पुतिन और मैक्रों की मुलाकात की वह तस्वीर अपने आप में दुनिया को संदेश देने के लिए काफी थी. दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच 20 फुट लंबी टेबल थी. बंद कमरे में टेबल के दोनों ओर दोनों राष्ट्राध्यक्ष बैठे थे. यह तस्वीर सात फरवरी 2022 की है. इस तस्वीर के सामने आने के बाद पुतिन के व्यक्तित्व को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा शुरू हो गई. फ्रांसीसी राष्ट्रपति यूक्रेन युद्ध में कोई बीच का रास्ता निकलवाने मास्को गए थे. लेकिन, इस तस्वीर ने ही इस वार्ता के रिजल्ट की कहानी बयां कर दी थी.
डोभाल से पुतिन की मुलाकात
अब पुतिन और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच मुलाकात की तस्वीर और वीडियो हर तरफ छाया हुआ है. अजीत डोभाल भारत के एक खांटी पेशेवर डिप्लोमेट हैं. वह पीएम मोदी के दूत के तौर पर मास्को गए थे. उनसे पुतिन ने बेहद मोहब्बत वाले अंदाज में मुलाकात की. इस मुलाकात में हुई बातचीत का वीडियो को भी शेयर किया गया.
पुतिन का पीएम मोदी के दूत से इस तरह मिलना कूटनीति की दुनिया में चर्चा का विषय है. दोनों के बीच करीब चार-पांच फीट चौड़ी टेबल थी. डोभाल बड़े इत्मिनान से पुतिन को पीएम मोदी का संदेश सुना रहे हैं. इस पर पुतिन के चेहरे पर भी एक तरह की तसल्ली दिखती है.
राष्ट्रपति पुतिन का डोभाल से इस तरह मिलना दुनिया के कई देशों को अखड़ सकता है. वह पाकिस्तान जैसे कई देशों के प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों तक से वन-टू-वन मीटिंग भी नहीं करते हैं. उनका एक अपना व्यक्तित्व है. वह दुनिया के सबसे मुल्क और एक महाशक्ति के राष्ट्रपति हैं.
मोहब्बत का राज
एनएसए अजीत डोभाल से पुतिन की मोहब्बत की खूब चर्चा हो रही है. दरअसल, यूक्रेन युद्ध में रूस बुरी तरह उलझ गया है. वह अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ परोक्ष तौर पर युद्ध लड़ रहा है. चीन और उत्तर कोरिया जैसे देश इस युद्ध में रूस को हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं. दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद इसका अंत नहीं दिख रहा है. ऐसे में बतौर एक वैश्विक ताकत भारत और पीएम मोदी ही हैं जिन पर रूस और यूक्रेन दोनों को ऐताबार है. इस युद्ध को खत्म कराने में पीएम मोदी पहले से ही सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. वह बीते महीनों रूस और फिर यूक्रेन की यात्रा कर चुके हैं. वह रूस और यूक्रेन दोनों मुल्कों के राष्ट्रपतियों को गले लगाकर दुनिया को शांति की राह पर ले जाने का संदेश दे चुके हैं. ऐसे में पीएम मोदी के दूत के रूप में डोभाल से पुतिन का मिलना, भारत और पीएम मोदी के प्रति पुतिन के भरोसे, प्यार, विश्वास और गहरी दोस्ती का नमूना है.
Tags: Emmanuel Macron, NSA Ajit Doval, Vladimir PutinFIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 20:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed