पुणे. शिवाजी ने जिस ‘वाघनख’ से बीजापुर के सरदार अफजल खान का पेट चीरकर उसका वध किया था, उसे अब आम जनता को देखने की सहूलियत मिल गई है. महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित छत्रपति शिवाजी संग्रहालय में महान योद्धा राजा के ‘वाघ नख’ को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष हॉल का शुक्रवार को एक भव्य समारोह में उद्घाटन किया गया. समारोह में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार भी शामिल हुए.
‘वाघ नख’ बाघ के पंजे के आकार का एक हथियार है, जिसका इस्तेमाल छत्रपति शिवाजी महाराज ने 1659 में बीजापुर सल्तनत के सेनापति अफजल खान को मारने के लिए किया था. कहा जाता है कि अफजल खान ने धोखे से शिवाजी को मारने के लिए एक समझौता करने के लिए बुलाया था. मगर उसकी चाल को भांपते हुए शिवाजी ने पहले से अपनी सुरक्षा की पूरी तैयारी की. अफजल खान की साजिश को नाकाम करने शिवाजी ने वाघनख से उसका पेट फाड़कर उसे मौत के घाट उतार दिया.
राज्य सरकार द्वारा किए गए एक समझौते के तहत लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय से ‘वाघ नख’ को यहां लाया गया. मराठा साम्राज्य के संस्थापक की वीर गाथाओं का एक प्रतिष्ठित हिस्सा यह हथियार अगले सात महीनों तक सतारा संग्रहालय में सार्वजनिक प्रदर्शनी के लिए उपलब्ध रहेगा. फडणवीस ने ‘शिवशास्त्रशौर्यगाथा’ नाम के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन है.
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फडणवीस ने कुछ इतिहासकारों और विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारे देश में कुछ लोगों को हर चीज में विवाद पैदा करने की आदत है. लेकिन यह बीमारी नई नहीं है. यहां तक कि छत्रपति शिवाजी महाराज को भी ऐसी प्रवृत्तियों का सामना करना पड़ा था लेकिन उन्होंने ‘रायतेचे राज्य’ (जनता का राज्य) स्थापित किया.
Tags: Chatrapati Shivaji, Maharashtra News, Maharashtra news todayFIRST PUBLISHED : July 20, 2024, 09:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed