खेती करते हुए की कबड्डी खेलने की शुरुआत आज नेशनल लेवल पर जीते कई मेडल

Motivational Story: मूल रूप से बुलंदशहर के रहने वाले शिवम ठाकुर वर्तमान समय में नोयडा में निवास करते हैं. शिवम ने बताया कि वह गांव के खेतों में कबड्डी खेलते हुए नेशनल लेवल पर खेलने लगे. जानें उनके संघर्ष की कहानीं.

खेती करते हुए की कबड्डी खेलने की शुरुआत आज नेशनल लेवल पर जीते कई मेडल
सुमित राजपूत/नोएडा: उत्तर प्रदेश में नोएडा के लडपुरा गांव के रहने वाले शिवम ठाकुर मूल रूप से बुलंदशहर के एक गांव के हैं. वह किसान परिवार के रहने वाले हैं. उन्होंने शुरुआत में खेत के मैदान में ही कबड्डी खेलने की शुरुआत की. धीरे-धीरे उन्होंने जिले स्तर पर खेलते हुए कई अवार्ड जीता. इसके बाद वह स्टेट और नेशनल लेवल में खेलने लगे. अब तक वह उत्तर प्रदेश की तरफ से जूनियर नेशनल में सिल्वर मेडल जबकि प्रो कबड्डी में तीन सीजन में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं. जानिए शिवम ठाकुर के संघर्ष की कहानीं. घर में सभी हैं किसान शिवम ठाकुर ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि किसी समय वह अपने गांव के खेतों में खुद के बनाए ग्राउंड में बच्चों के साथ कबड्डी खेलते थे. कॉलेज के बाद उन्हें लगा कि कबड्डी में वह बहुत अच्छा कर सकते हैं, तो उन्होंने अपने ही चचेरे भाई से कबड्डी की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया. शिवम ने बताया कि वह लगातार अपनी मेहनत और लगन से आगे बढ़ते गए. उनका हौसला नहीं टूटा और आज शिवम ठाकुर नेशनल लेवल पर कई मेडल और अवार्ड हासिल कर चुके हैं. शिवम ने बताया कि जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए. एक न एक दिन सफलता जरूर मिलती है. सिल्वर और गोल्ड मेडल किया हासिल उन्होंने बताया कि उनकी फैमिली वाले सब खेती करते हैं, बचपन में भी परिवार के साथ खेत के कामों में हांथ बटाता था, और आज भी मौका मिलता है तो पिता के साथ काम पर चले जाते हैं. शिवम ने बताया कि उनके चचेरे भाई उनके जीवन में बहुत सपोर्ट करते आ रहे हैं. वह हमेशा अपने खेत के मैदान से ही खेलते हुए यहां पहुंचे हैं. आज वह जूनियर नेशनल उत्तर प्रदेश की तरफ से सिल्वर मेडल जबकि प्रो कबड्डी में 3 सीजन में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है. Tags: Local18, Motivational Story, Noida news, Pro Kabaddi NewsFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 14:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed