12वीं में 97% अंक NEET में हासिल की 79वीं रैंक अब यहां से कर रही हैं MBBS
12वीं में 97% अंक NEET में हासिल की 79वीं रैंक अब यहां से कर रही हैं MBBS
NEET Success Story: नीट यूजी की परीक्षा को पास करने के बाद ही डॉक्टर बनने का सपना साकार हो सकता है. हर साल लाखों लोग इस परीक्षा के लिए शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही इसे पास करने में सफल हो पाते हैं. इन्हीं में से एक लड़की है, जो नीट यूजी में 79वीं रैंक हासिल की हैं.
NEET Success Story: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (NEET) देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. इसे पास करने के बाद ही डॉक्टर बनने का सपना साकार हो सकता है. हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए शामिल होते हैं, लेकिन उसमें से कुछ ही लोग इसे पास करने में सफल हो पाते हैं. इसके लिए बच्चे जी तोड़ मेहनत करते हैं. आज हम आपको एक ऐसी लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं, जो ज़रूरतमंदों की मदद के लिए डॉक्टर बनना चाहती थीं. इनका नाम वेदिका गुप्ता (Vedika Gupta) है. उन्होंने नीट यूजी 2023 की परीक्षा में 79 रैंक हासिल की हैं.
नीट में हासिल की 79वीं रैंक
नीट यूजी 2023 की परीक्षा में लड़कियों में 20वां रैंक और ऑल इंडिया रैंक 79 हासिल करने वाली वेदिका गुप्ता (Vedika Gupta) पहले एयरोस्पेस इंजीनियर बनना चाहती थी. लेकिन अब वह दिल्ली के मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज से MBBS की पढ़ाई कर रही हैं. वह दुनिया को कुछ देना चाहती थी और ज़रूरतमंदों की मदद करना चाहती थी. इसी उद्देश्य ने उन्हें मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG 2023 में सफलता दिलाई और उन्होंने 720 में से 705 अंक हासिल किए हैं.
नीट यूजी में हासिल की 720 में से 705 अंक
नीट यूजी 2023 की परीक्षा में 720 में से 705 अंक लाने वाली वेदिका राजस्थान के जयपुर से ताल्लुक रखती हैं. वह कक्षा 12वीं की परीक्षा में 97 प्रतिशत मार्क्स प्राप्त किए हैं. वेदिका (Vedika Gupta) नीट यूजी परीक्षा की तैयारी के लिए हर दिन 5-6 घंटे सेल्फ़ स्टडी करती थी. वह कोचिंग से रात 8:30 बजे के आसपास घर लौटती थी और 30 मिनट या उससे ज़्यादा आराम करती थी. इस दौरान खाना खाती और कोई भी शो देखती थी. इसके बाद रात में वह अपने बनाए नोट्स से कक्षा में जो भी पढ़ाया जाता था, उसे रिवीजन करती थी.
म्यूजिक था तनाव दूर करने का साधन
वेदिका (Vedika Gupta) अपनी तैयारी के समय म्यूजिक उसका तनाव दूर करने वाला साधन था. जयपुर स्थित मेडिकल कॉलेजों की बजाय मौलाना आज़ाद कॉलेज को चुनने का उनका कारण यह था कि वह देश के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में पढ़ना चाहती थी और वह भी जो उसके राज्य के नज़दीक हों. गुप्ता एमबीबीएस के बाद अपनी विशेषज्ञता के बारे में निश्चित नहीं हैं, लेकिन उनका झुकाव सर्जरी की ओर है.
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Tags: MBBS student, NEET, Neet examFIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 18:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed