परीक्षा में कैसे हो सुधार आप भी दे सुझाव आर राधाकृष्णन कमेटी ने मांगे सुझाव

परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर उठते विवाद के बीच केंद्र सरकार ने इसरो के पूर्व प्रमुख आर राधाकृष्णन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति को गठन किया है. जिसका कार्य परीक्षा प्रक्रिया में सुधार करने, सिफारिशें देने, डेटा सुरक्षा के प्रोटोकॉल का विस्तार करने तथा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की संरचना एवं परिचालन की समीक्षा करना है.

परीक्षा में कैसे हो सुधार आप भी दे सुझाव आर राधाकृष्णन कमेटी ने मांगे सुझाव
नई दिल्ली. इसरो के पूर्व प्रमुख आर राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली परीक्षा सुधार पर केंद्र की उच्चस्तरीय समिति ने परीक्षा में बदलाव के लिए लोगों से सुझाव और प्रतिक्रियाएं मांगी हैं. इसके लिए समिति ने छात्रों और अभिभावकों समेत हितधारकों से सात जुलाई तक दिए गए लिंक- https://innovateindia.mygov.in/examination-reforms-nta/ पर उनके सुझाव और प्रतिक्रियाएं मांगी हैं. शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर उठते विवाद के बीच केंद्र सरकार ने इसरो के पूर्व प्रमुख आर राधाकृष्णन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति को गठन किया है. जिसका कार्य परीक्षा प्रक्रिया में सुधार करने, सिफारिशें देने, डेटा सुरक्षा के प्रोटोकॉल का विस्तार करने तथा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की संरचना एवं परिचालन की समीक्षा करना है. शिक्षा मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘समिति हितधारकों से, खासकर छात्रों और अभिभावकों से 27 जून से सात जुलाई, 2024 तक सुझाव और विचार आमंत्रित कर रही है. माई जीओवी (My Gov) प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके भी सुझाव दिए जा सकते हैं.’ चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट और यूजीसी-नेट परीक्षा में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर केंद्र ने पिछले सप्ताह एनटीए के माध्यम से परीक्षाओं के पारदर्शी तरीके से सुचारू और निष्पक्ष आयोजन के लिए समिति का गठन किया था. मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने ट्वीट कर जानकारी दी है, ‘इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन 22 जून, 2024 को किया गया था. सरकारी संगठनों, शिक्षाविदों और उच्च शिक्षण संस्थानों के सदस्यों वाली इस समिति का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया में सुधार की सिफारिश करना, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल को बढ़ाना और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की संरचना और संचालन की समीक्षा करना है. समिति 27 जून से 7 जुलाई, 2024 तक हितधारकों, विशेष रूप से छात्रों और अभिभावकों से सुझाव, विचार और विचार मांग रही है.’ गोरतलब है कि 5 मई को नीट पेपर लीक की जानकारी बिहार पुलिस को मिली. शास्त्रीनगर थाना की पुलिस ने गुप्त जानकारी मिलने पर पेपर लीक करने वाले एक संगठित गिरोह, कुछ अभ्यर्थी एवं परीक्षा संचालन करने वाले कर्मचारियों का भंडाफोड़ किया. पुलिस को मालूम हुआ कि कुछ सटेरी एक गाड़ी में खुलेआम घूम रहे हैं. पुलिस ने उस डस्टर कार को घेराबंदी कर गाड़ी में सवार सिकंदर यादवेंदू, अखिलेश कुमार और बिट्टू कुमार को गिरफ्तार किया से नीट एंट्रेस एग्जाम पेपर लीक का भंडाफोड़ हुआ. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पेपर लीक की जांच का जिम्मा केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को 22 जून को सौंप दिया है. सीबीआई उस हर पहलू की जांच कर रही है, जहां से पेपर के लीक होने की संभावना हो सकती है. जांच एजेंसी ने अपने स्तर पर दो गिरफ्तारी भी की है. FIRST PUBLISHED : June 28, 2024, 16:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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