सड़कें खामोश होती हैं तो संसद आवारा हो जाती है कब गढ़ा था लोहिया ने ये नारा
भारतीय समाजवाद के पुरोधा डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के नारे को इंडिया ब्लॉक के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने बुलंद किया है. खास बात ये है कि इंडिया ब्लॉक में शामिल कांग्रेस के विरोध में ही डॉक्टर लोहिया ने ये नारा गढ़ा था.
