झारखंड में महिलाओं की बढ़ेगी आमदनी दी जाएगी गोबर प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग
झारखंड में महिलाओं की बढ़ेगी आमदनी दी जाएगी गोबर प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग
आज के समय में गाय का गोबर केवल उपले बनाने या खेती की खाद में इस्तेमाल नहीं होता है. अब तो गोबर के कई उत्पाद जैसे दीपक सहित अन्य सामान बनने लगे हैं. गोबर के इन उत्पादों से जुड़कर किसान अच्छी आमदानी कर रहे हैं.
झारखंड गौ सेवा आयोग राज्य में गायों के संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ इससे जुड़े लोगों की आमदनी बढ़ाने पर भी जोर दे रहा है. इस कड़ी में राज्य की ग्रामीण महिलाओं को गोबर प्रोसेसिंग से जोड़ा जा रहा है. झारखंड गौ सेवा आयोग ने बुधवार को 12 प्रस्तावों पर अपनी मंजूरी दी. झारखंड गौ सेवा आयोग की बैठक में अध्यक्ष राजीव रंजन, राज्य के कृषि मंत्री दीपिका पांडे सिंह और आयोग के सदस्य शामिल हुए.
गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि अब पूरे राज्य में 5500 महिलाओं को गोबर प्रसंस्करण की ट्रेनिंग दी जाएगी. अभी तक सिर्फ रांची जिले में गोबर प्रसंस्करण का कार्यक्रम चलाया गया था, लेकिन अब इसे पूरे राज्य में चलाया जाएगा. बड़ी संख्या में महिलाओं को इससे जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि झारखंड के 16 जिले में 23 गौशाला निबंधित थे. पर इनमें से एक गौशाला मां मनसा आरोग्य धाम, गौशाला बहरागोड़ा पूर्वी सिंहभूम के निबंध को जांच के बाद रद्द कर दिया गया है.
राज्य के हर गौशाला में हाई मास्क लाइट लगाने का निर्णय लिया गया है. जिन गौशाला के पास थोड़ी भी अधिक जमीन है वहां हायड्रोपोनिक चारा का प्रस्ताव भी लाया गया है. गोवंश के भजन के लिए रांची गौशाला को जहां 7,50,000 रुपये दिए गए हैं. देवघर के गौशाला को 7,47,000 रुपये दिए गए हैं. आयोग ने दुर्घटनाग्रस्त गौवंशियो को गौशाला में रखने और भेजने का प्रस्ताव भी पारित किया है. राज्य की गौशालाओं को हाइड्रोलिक एंबुलेंस की व्यवस्था करने का भी प्रस्ताव पारित किया गया.
Tags: Jharkhand news, Ranchi newsFIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 23:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed