जंगल में जुटे नक्सलियों को 4 थानों की पुलिस ने घेरा बिना फायरिंग कराया सरेंडर

किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए कुछ वर्दीधारी नक्सली जुटे थे. बीच जंगल में जब वे आराम कर रहे थे तभी पुलिस को गुप्त सूचना मिली. इसके बाद चार थानों की पुलिस ने इलाके को पूरी तरह घेर कर नक्सलियों को बिना एक भी गोली चलाए सरेंडर करने के लिए मजबूर कर दिया. आगे पढ़िये पूरे ऑपरेशन को कैसे अंजाम दिया गया.

जंगल में जुटे नक्सलियों को 4 थानों की पुलिस ने घेरा बिना फायरिंग कराया सरेंडर
चंदन कुमार कश्यप/गढ़वा. झारखंड के गढ़वा जिले में रामकंडा पुलिस को बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी है और बिना एक भी गोली चलाए 4 नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की ये कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई. पुलिस ने तब धावा बोला जब नक्सली बीच जंगल में आराम फरमा रहे थे. बताया जा रहा है कि नक्सलियों के खिलाफ चार थानों की पुलिस ने मिलकर ऑपरेशन को अंजाम दिया. कहा जा रहा है कि ये नक्सली किसी बड़ी योजना पर काम कर रहे थे. फिलहाल इन चारों नक्सलियों से पूछताछ चल रही है. इस मामले में जो जानकारी साझा की गई है इसके अनुसार, जंगल में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए कुछ वर्दीधारी नक्सली आराम कर रहे थे, तभी पुलिस अधीक्षक गढ़वा दीपक पाण्डेय को गुप्त सूचना मिली. इसके बाद चार थानों की पुलिस ने इलाके को पूरी तरह घेर कर नक्सलियों को सरेंडर करने के लिए मजबूर कर दिया. इसके बाद चारों नक्सलियों के सरेंडर करते ही पुलिस ने इनके हाथ बांध दिए और किसी अज्ञात स्थल पर लेकर चली गई जहां इनसे पूछताछ जारी है. जानकारी के अनुसार, रमकंडा थाना क्षेत्र के हरहे गांव के ठोंगापानी से इनको गिरफ्तार किया गया है. गुप्त सूचना के आधार पर रमकंडा, रंका पुलिस ने यह कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि रमकंडा के हरहे क्षेत्र में नक्सलियों की वर्दी में चार नक्सली पहुंचे थे. ग्रामीणों ने बताया कि नक्सली हरहे के ठोंगापानी जंगल में आराम कर रहे थे. इसकी गुप्त सूचना मिलने पर रंका रमकंडा की पुलिस ने इन्हें घेरकर दबोच लिया. खास बात यह रही कि इस दौरान फायरिंग नहीं हुई. नक्सलियों ने खुद को घिरा देखकर पुलिस के समक्ष आसानी से सरेंडर कर दिया. सरेंडर किये जाने के बाद पुलिस ने उनके हाथ बांध दिया और गिरफ्तार कर लिया. उनसे पूछताछ जारी है. उक्त नक्सली मझिआंव क्षेत्र के बताये जाते हैं. गौरतलब है कि इन दिनों एक माह का बीड़ी पत्ता का सीजन है, इसी बीड़ी पत्ता सीजन में नक्सली लेवी की राशि वसूलने के फिराक में रहते हैं, इसलिए नक्सली इस क्षेत्र में एक्टिव रहते हैं. FIRST PUBLISHED : June 1, 2024, 09:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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