Lalla Biryani Lucknow: कभी ढाई रुपए से शुरू हुई थी लल्ला की मटन बिरयानी आज भी कायम है लाजवाब स्वाद

Lalla Biryani Lucknow: नवाबों के शहर लखनऊ की लल्ला की बिरयानी काफी मशहूर है. 1988 में इस बिरयानी की शुरुआत हुई है. दरअसल लल्ला की बिरयानी मटन बिरयानी होती है.

Lalla Biryani Lucknow: कभी ढाई रुपए से शुरू हुई थी लल्ला की मटन बिरयानी आज भी कायम है लाजवाब स्वाद
अंजलि सिंह राजपूत लखनऊ. नवाबों का शहर लखनऊ चिकनकारी, तहजीब, नजाकत और नफासत के साथ खाने के लिए न सिर्फ देश बल्कि विदेशों तक मशहूर है. इसी नवाबों के शहर में लल्ला की बिरयानी भी है, जो कि कभी ढाई रुपए से शुरू हुई थी. वहीं, आज 160 रुपए में हाफ प्लेट मिलती है. लखनऊ के चौपटिया चौराहे पर एक छोटी सी दुकान में मशहूर लल्ला बिरयानी को तैयार किया जाता है. बता दें कि लल्ला की बिरयानी मटन बिरयानी होती है. इसे करीब 4 से 5 घंटे में तैयार किया जाता है.1988 से इस बिरयानी की शुरुआत करने वाले विजय शंकर वर्मा ने बताया कि शुरुआती दौर में वह करीब 4 से 5 किलो बिरयानी तैयार करके गली-गली ढाई रुपए की हाफ प्लेट बेचा करते थे. देखते ही देखते आज यह बिरयानी पूरे देश भर में मशहूर हो गई है. पुराने लखनऊ की शान बन चुकी लल्ला की बिरयानी को खाने के लिए दूरदराज से लोग आते हैं. करीब शाम को चार बजे से लल्ला की बिरयानी को खाने के लिए लोगों की भीड़ लगती है, जो कि देर रात तक गुलजार रहती है. इस तरह तैयार की जाती है बिरयानी सबसे पहले मटन के छोटे-छोटे टुकड़ों को एक बड़े से भगोने में एक घंटा तक उबाला जाता है. इसके बाद उससे जो पानी निकलता है उसे छानकर अलग कर लिया जाता है. फिर मटन के सभी टुकड़ों को अलग करके थोड़ी देर के लिए सुखाया जाता है. इसके बाद इसे बड़े से भगोने में काफी तेज आंच पर चढ़ाया जाता है. वहीं, इससे पहले निकाले हुए पानी को दोबारा इसके अंदर मिला दिया जाता है. उसके बाद खौलते हुए पानी में इलायची, लौंग और नमक डाला जाता है. उसी पानी में उबाले गए 15 से 20 किलो चावल डाले जाते हैं. इसके बाद करीब आधे घंटे के लिए उसी में चावलों को पकने के लिए छोड़ दिया जाता है, ताकि सभी मसालों का स्वाद चावल के अंदर पूरी तरह से घुल जाए. वहीं, इसके बाद चावल को छाना जाता है और पानी को अलग कर लिया जाता है. इसके बाद दूसरी ओर पक रहे मटन के अंदर 4 पैकेट डालडा मिलाया जाता है. चटनी और रायते के परोसी जाती है बिरयानी देखने में आकर्षित लगे इसके लिए खाने वाला रंग मिलाया जाता है. इसके बाद उबाले गए चावलों को इसी मटन के अंदर डाल दिया जाता है. आखिरी में भगोने को आटे की लोई से चारों ओर लगा कर इसमें दम लगाया जाता है, ताकि भाप बाहर की ओर हल्की निकलती रहे और चावल कहीं से भी जले नहीं. बिरयानी परोसने से पहले विजय शंकर वर्मा एक बार फिर ऊपर से नीचे तक मटन चावल को अच्छे से मिलाकर लोगों को चटनी और रायते के साथ खाने के लिए देते हैं. यह दुकान सिर्फ मंगलवार को बंद रहती है. आप घर बैठे स्विगी और जोमैटो से ऑनलाइन ऑर्डर देकर मंगवा सकते हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Biryani, Lucknow city, Street FoodFIRST PUBLISHED : August 26, 2022, 14:19 IST