Wood Art: इस फ्रेम की कीमत 4 करोड़ है! क्यों और कैसे तो जानिए ही धनबाद में हैं तो जाकर देखें यह अद्भुत कला
Wood Art: इस फ्रेम की कीमत 4 करोड़ है! क्यों और कैसे तो जानिए ही धनबाद में हैं तो जाकर देखें यह अद्भुत कला
इन फ्रेम्स का वज़न 50 किलो भी है और 68 किलोग्राम भी. छोटे फ्रेम भी हैं. लेकिन इन बड़े फ्रेमों की चर्चा है, जिनकी कीमत भी हैरान करने वाली है. झारखंड के ही एक कलाकार का दावा है कि दुनिया में वह इकलौता है, जो इस तरह की कलाकृति बना रहा है.
रिपोर्ट : मो. इकराम
धनबाद. लकड़ी की कलाकृतियां तो आपने देखी होंगी लेकिन क्या करोड़ों की कीमत वाला कोई आर्ट वर्क आपने देखा है? शहर के गोल्फ ग्राउंड में इंडिया इंटरनेशनल ग्रैंड ट्रेड फेयर का आयोजन किया गया है. यहां आने वालों को वुड आर्टिस्ट बीरेंद्र ठाकुर के बनाए वुड कोलाज खूब आकर्षित कर रहे हैं. ठाकुर की प्रदर्शनी में छोटे-बड़े कई वुड कोलाज हैं. सबसे कम कीमत का फ्रेम 25 हजार रुपये का है और सबसे महंगा 3 करोड़ 99 लाख रुपये का. मेले में आ रहे लोग इस प्रदर्शनी में जा तो रहे हैं लेकिन कीमतों से हैरान भी हो रहे हैं. वहीं ठाकुर का कहना है कि अनमोल कला की कीमत कलाप्रेमी ही समझ सकते हैं.
ठाकुर के स्टॉल पर महात्मा गांधी, मां दुर्गा, भगवान गणेश, गौतम बुद्ध, विकेकानंद सहित कई वुड कोलाज मौजूद हैं. दांडी यात्रा व ट्राइबल लोक नृत्य का वुड कोलाज आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. ये दो कलाकृतियां अपनी खुबसूरती के साथ-साथ कीमत की वजह से भी लोगों का ध्यान खींच रही हैं. दांडी यात्रा वुड कोलाज को 11 महीने की मेहनत से तैयार किया गया है. वहीं ट्राइबल लोक नृत्य वुड कोलाज बनाने में 13 महीने का समय लगा है. इन दोनों कोलाज की कीमत 3 करोड़ 99 लाख रुपये है. क्यों इतने कीमती हैं ये कोलाज?
ठाकुर धनबाद के ही रहने वाले हैं. वह वर्ष 2012 में कोल फील्ड से उप मुख्य निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. उन्होंने न्यूज़ 18 लोकल को बताया वह पिछले 12 सालों से इस पर काम कर रहा हूं. वुड कोलाज पूरी तरह लकड़ी के टूकड़ों के बने हैं. इनमें सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है. ठाकुर ने बताया कि उन्होंने दिल्ली बेस्ड इंटरनेशनल कारोबारियों से मूल्यांकन करवाया है और उसी के मुताबिक यानी अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर ये कीमतें रखी हैं.
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Tags: Artifacts, Dhanbad newsFIRST PUBLISHED : December 03, 2022, 16:24 IST