नेहरू इंदिरा राजीव गालियों की लिस्ट बनाकर चर्चा कर लो संसद में प्रियंका गांधी का दमदार भाषण

वंदे मातरम पर दस घंटे की चर्चा में हिस्सा लेते हुए प्रियंका गांधी ने संसद में हमलावर नजर आईं. उन्होंने 1937 के कांग्रेस अधिवेशन और गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की चिट्ठी के हवाले से ये बताया कि वंदे मातरम की दो अंतराओं को ही राष्ट्रगान क्यों माना गया. प्रियंका ने कहा कि बंकिम चंद्र चटर्जी ने जब वंदे मातरम लिखा और आखिरी दो हिस्सों में मां दुर्गा के जिक्र से विवाद हुआ तो जवाहर लाल नेहरू ने साफ कहा था कि सांप्रदायिक एजेंडा चलाने वाले इस पर बवाल करना चाहते हैं. इसी के बाद रवींद्र नाथ टैगोर ने कहा था कि शुरुआती दो अंतराओं को ही माना जाए. प्रियंका गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को याद दिलाया कि राष्ट्रगान जन गण मन.. भी पूरी कविता नहीं है बल्कि एक हिस्सा भर है.

नेहरू इंदिरा राजीव गालियों की लिस्ट बनाकर चर्चा कर लो संसद में प्रियंका गांधी का दमदार भाषण