नई दिल्ली: टेरर फंडिंग रोकने के लिए आज से देश की राजधानी दिल्ली में ‘नो मनी फॉर टेरर’ सम्मेलन का आगाज हो रहा है. आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के तरीकों पर चर्चा के आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल मीटिंग में 75 देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधि हिस्सा लेने वाले हैं. हालांकि, इस मीटिंग से चीन ने दूरी बना ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से कुछ देर में ‘आतंकवाद के लिए कोई धन नहीं: आतंकवाद के वित्तपोषण से मुकाबले के लिए मंत्रियों का सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे.
भारत कर रहा तीसरे सम्मेलन की मेजबानी
पीएमओ यानी प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, 18-19 नवंबर को आयोजित यह दो दिवसीय सम्मेलन भाग लेने वाले देशों और संगठनों को आतंकवाद-रोधी वित्तपोषण पर मौजूदा अंतरराष्ट्रीय शासन की प्रभाव क्षमता के साथ-साथ उभरती चुनौतियों के समाधान व आवश्यक कदमों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगा. यह तीसरा मंत्री स्तरीय सम्मेलन है. इससे पहले यह सम्मेलन अप्रैल 2018 में पेरिस में और नवंबर 2019 में मेलबर्न में आयोजित किया गया था.
450 प्रतिनिधि ले रहे हैं भाग
पीएमओ ने कहा कि राजधानी दिल्ली में आयोजित सम्मेलन में पूर्व के सम्मेलनों के अनुभव और सीख को आगे बढ़ाया जाएगा और आतंकवादियों को वित्त से वंचित करने तथा वैश्विक सहयोग बढ़ाने की दिशा में विचार-विमर्श करेगा. सम्मेलन में दुनिया भर के लगभग 450 प्रतिनिधि भाग लेंगे. इनमें मंत्री, बहुपक्षीय संगठनों के प्रमुख और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख शामिल हैं.
सम्मेलन में चार सत्रों पर विचार-विमर्श
सम्मेलन के दौरान चार सत्रों में विचार-विमर्श किया जाएगा, जो ‘आतंकवाद और आतंकवादी वित्तपोषण में वैश्विक रुझान’, ‘आतंकवाद के लिए धन के औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों का उपयोग’, ‘उभरती प्रौद्योगिकियां और आतंकवादी वित्तपोषण’ और ‘आतंकवादी वित्तपोषण का मुकाबला करने में चुनौतियों के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग’ पर केंद्रित होंगे.
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Tags: PM Modi, Pm narendra modi, TerrorismFIRST PUBLISHED : November 18, 2022, 09:53 IST