कोलकाता रेप मर्डर केस का असर यूपी के डॉक्टरों ने सरकार से की मांग
कोलकाता रेप मर्डर केस का असर यूपी के डॉक्टरों ने सरकार से की मांग
Meerut News: यूपी के मेरठ के लालालाजपतराय मेडिकल कॉलेज में भी सैकड़ों डॉक्टरों ने कामकाज ठप कर दिया है. एक साथ सैकड़ों डॉक्टर्स के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों पर आफत आ गई है. डॉक्टर साक्षी सिंह का कहना है कि कोलकाता की डॉक्टर अपनी ड्यूटी कर रही थीं. उनके साथ जो हुआ अगर यहां हुआ तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.
मेरठ. कोलकाता में हुई घटना को लेकर भले ही सीबीआई जांच शुरु हो गई हो, लेकिन अपनी मांगों को लेकर डॉक्टरों की हड़ताल अभी भी जारी है. मेरठ के लालालाजपत राय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स आज हाथों में तिरंगा लेकर अपनी आवाज बुलंद करते नजर आए. डॉक्टरों का कहना है कि सुरक्षा को लेकर उनकी मांग जब तक पूरी नहीं होती, वो स्ट्राइक समाप्त नहीं करेंगे. डॉक्टरों ने नो सेफ्टी नो ड्यूटी का नारा लगाया. कहा कैंपस सीसीटवी से लैस हों और सुरक्षा गार्ड हर वक्त मुस्तैद रहें, तभी वो सुरक्षित वातावरण में कार्य कर पाएंगे.
डॉक्टर साक्षी सिंह का कहना है कि कोलकाता की डॉक्टर अपनी ड्यूटी कर रही थीं. उनके साथ जो हुआ अगर यहां हुआ तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. उन्होंने कहा कि हमारे लिए सुरक्षा का वातावरण हो, एक्स सर्विसमैन को सिक्योरिटी गार्ड बनाया जाए. जगह-जगह अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. सभी डॉक्टरों की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती तो आगे की रणनीति बनाएंगे.
‘योगी राज में कोई इस तरह…’ भाजपा के 3 बड़े नेताओं को मिली जान से मारने की धमकी, ये हैं तीनों के नाम
अन्य डॉक्टर्स का कहना है कि बेसिक डिमांड है सिक्योरिटी, इमरजेंसी में आए दिन बवाल होता है. जब डॉक्टर की सुरक्षा होगी तभी वो मरीजों की जान बचा पाएंगे. अगर सिक्योरिटी गार्ड हों तो फिर डॉक्टर और मरीजों के बीच आए दिन होने वाली झड़प क्यों होगी. सैकड़ों डॉक्टरों का एक सुर में यही कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए. आजकल मेरठ मेडिकल कॉलेज में ओपीडी भी हाउसफुल चल रही है. मौसमी बीमारों की बाढ़ है ऐसे में डॉक्टरों की हड़ताल परेशानी का सबब बनी हुई है.
Gwalior News: ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर उतरे 3 शख्स, भागकर पहुंची CBI, फिर जो हुआ, सन्न रह गई पुलिस
मेरठ के लालालाजपतराय मेडिकल कॉलेज में भी सैकड़ों डॉक्टरों ने कामकाज ठप कर दिया है. एक साथ सैकड़ों डॉक्टर्स के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों पर आफत आ गई है. मेरठ मेडिकल कॉलेज में तो बीच-बीच में पर्चा काउंटर भी डॉक्टर्स बंद करा देते हैं. परेशान हालत में मरीजों का कहना है कि हड़ताल की वजह से सीधा नुकसान उनका हो रहा है. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि उनकी सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए. जब डॉक्टर सुरक्षित ही महसूस नहीं करेंगे तो काम कैसे करेंगे.
Tags: Meerut news, UP newsFIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 21:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed