गर्मी से खुश होंं वैज्ञानिकों ने गिनाए फायदे कहा- सबको नहीं मालूम ये बात
गर्मी से खुश होंं वैज्ञानिकों ने गिनाए फायदे कहा- सबको नहीं मालूम ये बात
UP Weather : वेस्ट यूपी में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. नौतपा से वेस्ट यूपी तप रहा है. मेरठ, मुजफ्फरनगर समेत वेस्ट यूपी में नौतपा का असर दिख रहा है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां अभी और गर्मी बढ़ेगी. तापमान बढ़ने से गर्मी के कारण दिनभर शहरवासी हलकान नजर आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि जितनी गर्मी पड़ेगी; उससे उतना ही अधिक फायदा मिलेगा. इसको लेकर उन्होंने अहम जानकारियां दी हैं.
मेरठ. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के कारण दोपहर में तो सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है. दिन का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. अधिकतम तापमान 43 डिग्री के पास पहुंच गया है. भीषण गर्मी में कूलर व एसी भी जवाब देने लगे हैं, वहीं बिजली के नखरे भी बढ़ने लगे हैं. ऐसे में सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि दो जून तक गर्मी का असर ऐसे ही बना रहेगा. लू और दिन में सूरज की तपिश के बीच अभी राहत के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं. चिकित्सक सेहत के प्रति सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि नौतपा में अगर शरीर में पानी की कमी हुई तो अस्पताल भी जाना पड़ सकता है. तला हुआ चिकनाईयुक्त भोजन से दूरी बनाएं. अत्यधिक मसालेदार भोजन न करें. सुपाच्य भोजन से शरीर को तंदरुस्त रखा जा सकता है. गर्मी के बहुत सारे तात्कालिक नुकसान हैं तो कुछ दीर्घकालिक फायदे भी हैं. नौतपा में सूरज जितना तपेगा और जितनी अधिक लू चलेगी बारिश उतनी ही अच्छी होगी. अधिक गर्मी की वजह से कीड़े-मकौड़े, जहरीले जीव-जंतुओं के अंडे नष्ट होंगे, चूहों की संख्या नियंत्रित रहेगी और बुखार के वायरस नष्ट होंगे.
अधिक गर्मी से परेशानी तो होती है लेकिन फायदे भी हैं
नौतपा को लेकर मारवाड़ी में एक कहावत प्रसिद्ध है, ‘दोए मूसा, दोए कतरा, दोए टिड्डी, दोए ताव.. दोयां रा बादी जल हरे, दोए विसर, दोए बाव..इस कहावत का समर्थन मौसम वैज्ञानिक भी करते हैं. सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय मेरठ के मौसम वैज्ञानिक यूपी शाही कहते हैं कि गर्मी अधिक पड़ने से लोगों को कई सारी परेशानी होती है. सब्जी, चारे, मूंग और उड़द की फसल को नुकसान पहुंचता है लेकिन इसके कई फायदे भी हैं. मसलन अगर ज्यादा गर्मी नहीं पड़ेगी और लू नहीं चलेगी तो कीड़े मकौड़े अधिक रहेंगे, सांप-बिच्छू की पैदावार अधिक होगी. फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े बढ़ेंगे, टिड्डियों के अंडे नष्ट नहीं होंगे. ऐसे में जीवन के लिए जितनी बारिश और सर्दी जरूरी है उतनी ही गर्मी भी जरूरी है. ‘जेठ चले पुरवाई, सावन धूल उड़ाई’ की कहावत भी इसी लिए कही गई है.
Tags: Bad weather, Extreme weather, Hindi news india, Hindi samachar, Meerut city news, Muzaffarpur latest news, Today hindi news, Up hindi news, Up news india, UP WeatherFIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 23:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed