अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली मौलाना आजाद नेशनल फैलोशिप बंद केंद्र ने संसद में दी जानकारी
अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली मौलाना आजाद नेशनल फैलोशिप बंद केंद्र ने संसद में दी जानकारी
सरकार ने तर्क दिया है कि मौलाना आजाद नेशनल फैलोशिप दूसरी योजनाओं को ओवरलैप करती है, इसलिए इसे बंद कर दिया गया है. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी गुरुवार को लोकसभा में केरल के त्रिस्सूर से कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन के एक सवाल का जवाब दे रही थीं, तब उन्होंने इस बारे में बताया.
नई दिल्ली: अल्पसंख्यक छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए दी जाने वाली मौलाना आजाद नेशनल फैलोशिप को बंद कर दिया गया है. केंद्र सरकार ने संसद में पूछे गए सवाल के जवाब में स्कॉलरशिप बंद करने को लेकर जानकारी दी. सरकार ने तर्क दिया है कि यह योजना दूसरी योजनाओं को ओवरलैप करती है, इसलिए इसे बंद कर दिया गया है. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी गुरुवार को लोकसभा में केरल के त्रिस्सूर से कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन के एक सवाल का जवाब दे रही थीं, तब उन्होंने इस बारे में बताया.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘MANF योजना विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा लागू की गई थी और UGC द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार 2014-15 और 2021-22 के बीच योजना के तहत 6,722 उम्मीदवारों का चयन किया गया था और उसी अवधि के दौरान 738.85 करोड़ रुपये की फैलोशिप वितरित की गई थी. चूंकि MANF योजना सरकार द्वारा लागू की जा रही उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न अन्य फेलोशिप योजनाओं के साथ ओवरलैप करती है और अल्पसंख्यक छात्र पहले से ही ऐसी योजनाओं के तहत कवर किए गए हैं, इसलिए सरकार ने 2022-23 से MANF योजना को बंद करने का निर्णय लिया है.’
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Tags: Indian Parliament, Scholarships, Winter Session of ParliamentFIRST PUBLISHED : December 09, 2022, 11:32 IST