40 सालों से पानी के संकट से जूझ रहा हजारों की आबादी वाला ये गांव
40 सालों से पानी के संकट से जूझ रहा हजारों की आबादी वाला ये गांव
गांव महोली निवासी हरीश से ज़ब पानी की समस्या को लेकर बात की गई, तो उन्होंने बताया कि गांव में पानी की समस्या है. पीने के पानी को पैसो से खरीदकर पीते हैं. जनप्रतिनिधि और अधिकारी सुनते नहीं हैं.
निर्मल कुमार/ मथुरा. यूपी के मथुरा में इन दिनों पानी का संकट बना हुआ है. यहां कई सालों से पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. करीब 10 साल पहले पानी कई किलोमीटर दूर से लेकर आते थे, अब घर पर आकर पानी टेंकर से भरवा लेते हैं. स्थानीय लोग हर दिन हजारों का पानी खरीदते हैं. एक परिवार को करीब 50 से 100 रूपये का पानी खरीदकर पीता है. स्थानीय लोगों की न तो अधिकारी सुनते हैं और न ही जनप्रतिनिधि.
जनता से नहीं नेताओं का कोई सरोकार
सूर्य की तपिश से इंसान तो क्या जानवर भी परेशान हैं. हर किसी को पानी की जरूरत होती है. मथुरा के वार्ड नंबर 59 ( महोली ) गांव में पानी की भारी किल्लत लोगों के सामने आ रही है. यहां के लोग हर दिन हजारों का पानी टेंकर संचालक से खरीदकर अपनी प्यास बुझाते हैं. गांव के लोगों की समस्या पिछले कई वर्षों से बनी हुई है. हजारों लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. हर दिन लोगों को हजारों का पानी खरीदना पड़ता है. बता दें कि महोली गांव में पिछले 40 साल से पानी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं. स्थानीय महिला सपना ने बताया कि पानी लेकर जो व्यक्ति आते हैं, उनका इंतजार कर रहे हैं. ड्रम को पानी से हर दिन भरवाना पड़ता है. सपना ने कहा कि ज़ब से शादी हुई है तब से पानी की दिक्कत ही हमने देखी है. आज हमें पानी 100 रूपये का हर दिन भरवाना पड़ता है. किसी स्थानीय नेता या पार्षद को जनता से कोई भी सरोकार नहीं है. जनता पानी के लिए तरस रही है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है.
22 हजार की जनसंख्या फिर पानी के लाले
गांव महोली निवासी हरीश से ज़ब पानी की समस्या को लेकर बात की गई, तो उन्होंने बताया कि गांव में पानी की समस्या है. पीने के पानी को पैसो से खरीदकर पीते हैं. जनप्रतिनिधि और अधिकारी सुनते नहीं हैं. हरीश ने बताया कि पाइप लाइन गांव में डली हुई है, लेकिन उस लाइन में पानी पीने योग्य नहीं आता है. कई दिन से पानी न आने के कारण पशु भी प्यासे रह जाते हैं. टेंकर स्वामी ज़ब पानी लेकर आते हैं, तब स्थानीय लोग पानी पैसे देकर भरवाते हैं. उन्होंने कहा कि करीब 10 वर्ष से ये समस्या बनी है. गांव कि आबादी करीब 22 हजार है.
अधिकारीयों से नहीं हो पाया संपर्क
स्थानीय महिला कलावती ने बताया कि हम हर रोज 25 रूपये का पानी लेते हैं. कोई भी सुनता नहीं है. कई साल से ये समस्या बनी हुई है. वहीं नगर निगम के नागरायुक्त से उक्त मामले को लेकर बात की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया. वहीं गांव के पार्षद भी पानी की समस्या को लेकर कोई भी संतोषजनक जबाब नहीं दे पाए.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 9, 2024, 15:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed