त्रिगुणी नारायण के यहां होते हैं दर्शन स्वयं हवन कुंड में हैं विराजमान
त्रिगुणी नारायण के यहां होते हैं दर्शन स्वयं हवन कुंड में हैं विराजमान
Mathura News: वृंदावन के सुनरख रोड पर स्थित महेश्वर धाम में एक हवन यज्ञ आज भी एक ऐसे रहस्य को समेटे हुए हैं, जो उत्तराखंड के त्रिगुणी नारायण से ताल्लुक रखता है. इस हवन यज्ञ में स्वयं नारायण अग्नि के रूप में प्रज्वलित है. यहां उत्तराखंड के त्रिगुणी नारायण के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है.
निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: मथुरा के वृंदावन में एक ऐसा आश्रम है, जो आपको उत्तराखंड के त्रिगुणी नारायण के दर्शन करने का फल यहीं आपको मिल सकता है. इस हवन कुंड में एक आहुति देने से और हवन कुंड को प्रणाम करने से ही आपको उत्तराखंड के त्रिगुणी नारायण के दर्शन हो जाएंगे. यहां आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति भी होगी.
वृंदावन के सुनरख रोड पर स्थित महेश्वर धाम में एक हवन यज्ञ आज भी एक ऐसे रहस्य को समेटे हुए हैं, जो उत्तराखंड के त्रिगुणी नारायण से ताल्लुक रखता है. इस हवन यज्ञ में स्वयं नारायण अग्नि के रूप में प्रज्वलित है. यहां उत्तराखंड के त्रिगुणी नारायण के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है. महेश्वर धाम पीठाधीश्वर धर्मेंद्र गिरी महाराज ने हवन कुंड में प्रज्वलित अग्नि के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि यह अग्नि स्वयं नारायण के रूप में विराजमान है. त्रिगुणी नारायण स्वयं इस हवन कुंड में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि उत्तराखंड अगर त्रिगुणी नारायण के दर्शन करने के लिए कोई व्यक्ति नहीं जा सकता. वह व्यक्ति यहां आकर भगवान के दर्शन कर सकता है. नारायण का ही स्वरूप इस हवन कुंड में विराजमान है. यहां की महिमा हमारे मुंह से बताना अच्छा नहीं होगा. अगर यहां की महिमा को जानना है, तो यहां आने वाले उन भक्तों से आप जानकारी करिए जो भक्त यहां आकर स्वयं नारायण की कृपा के पात्र बने हैं.
हवन कुंड में एक आहुति कर सकती है दुखों का निवारण
यहां के चमत्कारों के बारे में महेश्वर धाम के भक्त बताएंगे. हजारों भक्तों को महेश्वर धाम आने के बाद सुख की प्राप्ति हुई है. सभी दुख नारायण ने उनके हर लिए हैं. सच्चे मन से कोई भक्त अगर यहां आता है. हवन कुंड में आहुति देकर विधि विधान से पूजा करता है, तो निश्चित ही त्रिगुणी नारायण उन पर कृपा बरसाते हैं.
Tags: Local18, Mathura news, UP newsFIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 13:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed