इस जगह पर शुत्रुघ्न ने किया था 11 हजार साल तक राज लवणासुर का किया था वध

ब्रज में जब-जब राक्षसों ने आतंक फैलाया, तो भगवान ने यहां आकर लोगों को बचाया. ऐसा ही एक किस्सा जुड़ा हुआ है त्रेता युग का.

इस जगह पर शुत्रुघ्न ने किया था 11 हजार साल तक राज लवणासुर का किया था वध
निर्मल कुमार राजपूत/ मथुरा : मथुरा में मधुवन नामक एक स्थान है. मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान राम के भाई शत्रुघ्न ने मधुवन में करीब 11000 साल तक राज किया. माना जाता है कि राज करने के दौरान  उन्होंने लवणासुर नामक एक खतरनाक राक्षस का भी वध किया. आज भी त्रेता युग के रहस्य मधुवन में देखने को मिल जाएंगे. लवणासुर की गुफा का रहस्य आज भी त्रेता युग की याद सजोए हुए है. लोगों को मारकर खा देता था यह राक्षस ब्रज में जब-जब राक्षसों ने आतंक फैलाया, तो भगवान ने यहां आकर लोगों को बचाया. ऐसा ही एक किस्सा जुड़ा हुआ है त्रेता युग का. माना जाता है कि भगवान राम के भाई शत्रुघ्न महाराज ने मधुवन में आकर करीब 11000 वर्ष तक यहां का राज संभाला. शत्रुघ्न ने यहां की प्रजा को कई राक्षसों से बचाया. मधुवन में बने एक जंगल में लवणासुर राक्षस छुपकर यहां से गुजरने वाले व्यक्तियों को मार कर खा जाता था.  लगातार लोगों के ऊपर बढ़ रहे अत्याचारों को देखते हुए यहां के लोग त्रेता युग में भगवान राम के पास पहुंचे और उनसे मदद की गुहार लगाई. भगवान राम ने अपने छोटे भाई शत्रुघ्न को उनकी रक्षा के लिए भेजा. बताया जाता है कि घना जंगल होने के कारण यहां रहने वाले राक्षस अक्सर यहां के लोगों को परेशान करते थे. वह जीवों के साथ-साथ इंसानों को मारकर खा जाते थे. ऐसे हुआ लवणासुर का वध लवणासुर गुफा के संरक्षक दाऊ दयाल ने बताया कि यह गुफा त्रेता युग की याद दिलाती  है. कहा जाता है कि मधुवन की इस गुफा में लवणासुर नाम का राक्षस रहता था, जो मधु राक्षस का पुत्र था. वह यहां के पंडितों को मारकर खा जाता था. भगवान राम ने अपने भाई को लवणासुर का वध करने के लिए भेजा. लवणासुर को शिवजी की आराधना करने से एक वरदान मिला था. वरदान में उसे एक त्रिशूल मिला था. त्रिशूल उसके साथ रहता था, तो उसे कोई मार नहीं सकता था. लेकिन एक दिन  हनुमान जी उस त्रिशूल को संध्या वंदन के दौरान अपने पास रख लिया. जिस दौरान शत्रुघ्न ने लवणासुर का वध कर दिया. जिससे बाद लोगों को उसके आतंक से निजात मिली. Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 18, 2024, 15:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed