कोलकाता-मथुरा के कारीगरों के हाथ से तैयार पोशाक धारण करेंगे श्रीकृष्ण
कोलकाता-मथुरा के कारीगरों के हाथ से तैयार पोशाक धारण करेंगे श्रीकृष्ण
Janmashtami 2024: भगवान श्रीकृष्ण के रजत कमलपुष्प में विराजित चल श्रीविग्रह का अभिषेक दूध, दही, घी, बूरा, शहद, दिव्य औषधि एवं वनस्पतियों से किया जायेगा. भगवान का प्रथम जन्माभिषेक स्वर्ण मण्डित रजत से निर्मित कामधेनु स्वरूपा गौमाता करेंगी. शास्त्रीय मान्यता है कि गौमाता में स्वयं 33 कोटि देवतागण वास करते हैं.
निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: ब्रज मंडल में जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम मनाया जाता है. देश के कोने-कोने से यहां श्रद्धालु भगवान के जन्म के साक्षी बनने के लिए आते हैं. भगवान श्री कृष्णा इस बार कोलकाता और मथुरा के कारीगरों के हाथों से बनी पोशाक धारण करेंगे. कान्हा के जन्मोत्सव की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
भगवान श्री कृष्ण इस बार 5251 वर्ष के हो जाएंगे. हर कोई उस पाल का साक्षी बनना चाहता है, जब भगवान श्री कृष्ण जन्म लेंगे. जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही चाव के साथ बृजवासी मनाते हैं. जन्माष्टमी की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. श्री कृष्ण जन्मस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने जन्माष्टमी की तैयारी की जानकारी देते हुए बताया कि भगवान श्री कृष्ण का इस बार जन्मोत्सव दिव्य और भाव मनाया जाएगा.
कोलकाता और मथुरा के कारीगरों ने भगवान श्री कृष्ण के लिए पोशाक तैयार की है. जन्माष्टमी के अवसर पर श्री कृष्ण यह पोशाक धारण करेंगे. साज-सज्जा एवं व्यवस्था नयनाभिराम व अभूतपूर्व होंगी. जन-जन की आस्था के केन्द्र कंस के कारागार के रूप में प्रसिद्ध श्रीगर्भ-गृह एवं श्रीकृष्ण चबूतरा की साज-सज्जा भक्तों को द्वापर कालीन कंस के कारागार की अनुभूति कराए. ऐसी तैयारियों एवं प्रयास चल रहे हैं. विशेष कारीगरों के द्वारा विभिन्न सामग्री के प्रयोग से श्रीकृष्ण चबूतरा एवं गर्भगृह को कारागार के रूप में सजाया जा रहा है. दर्शनार्थ पधारने वाले श्रद्धालु इस पवित्र स्थान की अद्भुत एवं कलापूर्ण साज-सज्जा से निश्चित ही अभिभूत होंगे.
योगमाया स्वर्ण मुकुट धारण कर भक्तों को दर्शन देंगी
श्रीगर्भ-गृह में विराजमान चतुर्भुज नारायण के श्रीविग्रह की पोशाक विशिष्ट होगी, जिससे भक्त भगवान के चतुर्भुज रूप से दर्शन कर पाएंगे. शंख, चक्र, गदा और पद्म धारण किए हुए भगवान के ऐसे दर्शन निश्चित ही परम मंगलकारी होंगे. भगवान श्री केशवदेव जी, श्रीगर्भगृह, श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार एवं भगवती योगमाया के श्रीविग्रह के लिए जरदोजी का कार्य, रेशम, जरी, रत्न-प्रतिकृति आदि के साथ सिल्क के वस्त्र पर किया जा रहा है. ठाकुरजी दिव्य मुकुट धारण करेंगे. भगवती योगमाया स्वर्ण मुकुट धारण कर भक्तों को दर्शन देंगी.
ठाकुर जी को अर्पित की जाएगी पोशाक
इस विशिष्ट दिवस में भगवान श्रीराधाकृष्ण ‘सोम-चन्द्रिका’ पोशाक धारण करके भक्तों को दर्शन देंगे. इस अवसर पर नवरत्न जड़ित स्वर्ण कण्ठा भी श्रीठाकुरजी को धारण कराया जाएगा. श्री ठाकुर जी की ऐसी दिव्य पोशाक को दिनांक 25 अगस्त रविवार की शाम 6:00 बजे भव्य-दिव्य शोभायात्रा, घण्टा घड़ियाल, झाँझ-मजीरे, मृदंग और डमरू की मंगल ध्वनि के मध्य भगवान श्रीकेशवदेवजी, भगवती योगमायाजी, श्रीगर्भगृहजी एवं श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार को अर्पित किया जाएगा.
प्रातः 5:30 बजे होगी भगवान की मंगला आरती
26 अगस्त 2024 सोमवार को प्रातः दिव्य शहनाई एवं नगाड़ों के मधुर वादन के साथ भगवान की मंगला आरती के दर्शन प्रातः 5:30 बजे से होंगे. इसके बाद प्रातः 8:00 बजे भगवान का दिव्य पंचामृत अभिषेक किया जाएगा. एवं भगवान के पवित्र स्त्रोतों का पाठ एवं पुष्पार्चन होगा. प्रातः 9:00 बजे भव्य पुष्पांजलि एवं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव संकल्प का अलौकिक कार्यक्रम श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार के श्रीचरणों में भागवत भवन के दिव्य प्रांगण में आयोजित किया जाएगा. भगवान का कमल पुष्प एवं तुलसीदल से पुष्पार्चन, मंगलार्चन एवं वेदमंत्रों के मध्य किया जाएगा. ब्रज के उत्कृष्ट गायक इस अवसर पर ठाकुरजी के सम्मुख दिव्य भजन-गायन की प्रस्तुति देंगे.
Tags: Local18, Mathura news, Sri Krishna JanmashtamiFIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 14:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed